जेपी की जयंती पर तेजप्रताप के नवनियुक्त छात्र संगठन का मार्च
डिजिटल, पटना। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में दरकिनार किए जाने के बाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने सोमवार को जयप्रकाश नारायण (जेपी) की जयंती पर पटना में एक मार्च निकाला। बिहार की राजनीति में अपनी प्रासंगिकता बनाए रखने के लिए खुद के लिए एक नया रास्ता तय करते हुए तेज प्रताप यादव अपने समर्थकों के साथ गांधी मैदान में जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर नंगे पांव चले और उन्हें श्रद्धांजलि दी। देश के सबसे महान समाजवादी नेताओं में से एक की जयंती मनाने के लिए उनकी नवगठित छात्र जनशक्ति परिषद (सीजेपी) द्वारा मार्च का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सर्कुलर रोड के पास स्टैंड रोड स्थित उनके आधिकारिक आवास से हुई। पहले कयास लगाए जा रहे थे कि वह 10 सकरुलर रोड स्थित अपनी मां राबड़ी देवी से मिलने उनके आवास पर जा सकते हैं लेकिन वह वहां नहीं रुके। उनका काफिला सीजेपी के 200 से अधिक समर्थकों के साथ सीधे गांधी मैदान की ओर बढ़ा।
जयप्रकाश नारायण को श्रद्धांजलि देने के बाद वे समाजवादी नेता के आवास की ओर चल पड़े। वहां मौजूद बड़ी संख्या में मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए तेज प्रताप ने कहा, मैंने अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव को सीजेपी की छत्रछाया में मार्च में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था, लेकिन वह नहीं आए। इसका विचार इस मार्च के माध्यम से हमारे छात्रों और आम लोगों को आवाज देना है। इस बीच, जनता दल-युनाइटेड (जदयू) के नेताओं ने भी पटना में पार्टी मुख्यालय में जयप्रकाश नारायण की जयंती मनाई। जयप्रकाश नारायण की तस्वीर पर प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने श्रद्धांजलि दी। तेज प्रताप यादव के मार्च पर कुशवाहा ने कहा, बिहार में लालू प्रसाद का परिवार पूरी तरह से नष्ट हो गया है। बिहार की राजनीति में उनके परिवार के सदस्यों की कोई प्रासंगिकता नहीं है। तेज प्रताप यादव का यह कदम कुछ और नहीं बल्कि एक ढकोसला है।
(आईएएनएस)
Created On :   11 Oct 2021 3:00 PM GMT