एमडीएमके के नेता हिंदी थोपने के खिलाफ 6 अक्टूबर को निकालेंगे विरोध मार्च
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। मदुमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एमडीएमके) के नेता वाइको केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान के खिलाफ 6 अक्टूबर को चेन्नई के पास वल्लुवर कोट्टम में पार्टी के विरोध मार्च का नेतृत्व करेंगे, जिसमें उन्होंने कहा था कि हिंदी अंग्रेजी के बराबर है।
वाइको ने एक बयान में कहा कि तमिल लोग हिंदी से नफरत नहीं करते, लेकिन उन पर किसी भी भाषा को थोपने जाने पर वह चुप नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि भारत कई भाषाओं की भूमि है और एक राजनीतिक दल के रूप में एमडीएमके एकता में विश्वास करती है। उन्होंने कहा कि हिंदी को थोपना दक्षिणपंथ की राजनीति है और इससे भारतीय छात्रों का भविष्य बर्बाद हो जाएगा।
एक संबंधित विकास में, पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) के संस्थापक नेता डॉ एस. रामदास ऑल इंडिया रेडियो द्वारा हिंदी भाषा सेवा प्रसारण के चार घंटे के निरंतर प्रसारण के खिलाफ कराईक्कल में विरोध मार्च करेंगे। पीएमके नेता ने कहा कि प्रसार भारती तमिलनाडु के कराईक्कल रेडियो स्टेशन में हिंदी प्रसारण थोप रही है।
रामदास देश के सभी रेडियो स्टेशनों पर हिंदी थोपने और एक समान प्रारूप लाने के सख्त खिलाफ थे। उन्होंने कहा कि भारत जैसे देश में एक समान रेडियो कार्यक्रम लाना विविधता में एकता के सिद्धांत के खिलाफ है। उन्होंने प्रसार भारती से धर्मपुरी, नागरकोइल और अन्य स्टेशनों में अपनी विस्तार योजनाओं को शुरू करने का आह्वान किया और कहा कि किसानों और मछुआरों की मदद के लिए स्थानीय स्टेशन शुरू किए गए थे।
(आईएएनएस)
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Created On :   4 Oct 2022 9:31 AM GMT