महबूबा मुफ्ती ने कहा- तालिबान अब एक हकीकत, उन्हें वास्तविक शरिया नियमों का पालन करना चाहिए जिसमें महिलाओं के अधिकार भी शामिल

Taliban now a reality, should govern by real Sharia which includes rights for women: Mehbooba Mufti
महबूबा मुफ्ती ने कहा- तालिबान अब एक हकीकत, उन्हें वास्तविक शरिया नियमों का पालन करना चाहिए जिसमें महिलाओं के अधिकार भी शामिल

डिजिटल डेस्क, जम्मू। पीडीपी प्रमुख और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को कहा कि तालिबान अब एक वास्तविकता है। उनकी पहले की छवि मानवता और बुनियादी अधिकारों के खिलाफ थी। अब अगर वे अफगानिस्तान पर शासन करना चाहते हैं, तो उन्हें वास्तविक शरिया नियमों का पालन करना चाहिए जिसमें महिलाओं के अधिकार शामिल हैं। इसके बाद ही वे दूसरे देशों के साथ संबंध रख सकते हैं। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले के अखरान गांव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने ये बात कही है।

मुफ्ती ने कहा "अगर तालिबान वही करता है जो उसने 90 के दशक में किया था, तो यह न केवल अफगानिस्तान के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए भी मुश्किल होगा।" मुफ्ती ने आगे कहा, "अगर तालिबान वास्तविक शरिया को अपनाता है, जहां महिलाओं सहित सभी के लिए अधिकार निर्दिष्ट हैं, तो वे दुनिया के लिए एक उदाहरण बन सकते हैं।" महबूबा मुफ्ती की यह टिप्पणी नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला के बयान के बाद आई है. अब्दुल्ला ने  श्रीनगर में संवाददाताओं से कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि तालिबान "इस्लामी सिद्धांतों" के अनुसार "सुशासन" प्रदान करेगा।

तालिबान से मानवाधिकारों का सम्मान करने का आग्रह करते हुए, फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि इस ग्रुप को हर दूसरे देश के साथ "मैत्रीपूर्ण संबंध विकसित" करने का प्रयास करना चाहिए। फारूक अब्दुल्ला ने कहा, "उन्हें अपने नागरिकों के मानवाधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए और उन्हें इस्लामी नियमों के तहत एक न्यायसंगत और सम्मानजनक सरकार देनी चाहिए।" अब्दुल्ला के इस बयान के बाद उनकी पार्टी ने ट्वीट कर स्पष्ट किया कि वह किसी भी तरह से अफगानिस्तान में तालिबान सरकार का "समर्थन" नहीं कर रहे थे।

Created On :   8 Sept 2021 5:26 PM IST

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