पत्नी अनु त्यागी से मिले सपा नेता

SP leader meets Shrikant Tyagis wife Anu Tyagi
पत्नी अनु त्यागी से मिले सपा नेता
श्रीकान्त त्यागी अभद्रता मामला पत्नी अनु त्यागी से मिले सपा नेता

डिजिटल डेस्क, नोएडा। सेक्टर-93 स्थित ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी में महिला से अभद्रता के मामले में घिरे श्रीकांत त्यागी प्रकरण को समाजवादी पार्टी (सपा) मुद्दा बनाकर भाजपा पर हमलावर है। सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने पार्टी के पूर्व मंत्री और विधायक शाहिद मंजूर के नेतृत्व में नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल बनाया है, जिसने शुकवार को ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी में पहुंचकर श्रीकांत त्यागी की पत्नी अनु त्यागी से मुलाकात की।

सपा के प्रतिनिधिमंडल में पूर्व मंत्री नारद राय, मुजफ्फरनगर के निवर्तमान जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी, गौतमबुद्धनगर के निवर्तमान जिलाध्यक्ष इन्दर प्रधान, नोएडा से पूर्व विधानसभा प्रत्याशी सुनील चौधरी, पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री भूषण त्यागी, गाजियाबाद के सेवाराम त्यागी, सपा निवर्तमान प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य श्रवण कुमार त्यागी और मुजफ्फरनगर के दीपक त्यागी उर्फ बांबी शामिल रहे। सोसायटी में सिर्फ नौ नेताओं को जाने की इजाजत मिली। सपा का प्रतिनिधिमंडल श्रीकांत त्यागी की पत्नी से उनके परिवार के साथ हुए उत्पीड़न के संबंध में जानकारी लेने के बाद अपनी रिपोर्ट प्रदेश मुख्यालय को देगा।

पीड़ित पक्ष के यहां प्रतिनिधिमंडल भेजने की मांग:

सपा महानगर अध्यक्ष दीपक विग ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को पत्र लिखकर पीड़ित पक्ष के यहां प्रतिनिधिमंडल भेजने की मांग की है। दीपक विग ने कहा कि पिछले दिनों जिस प्रकार से श्रीकांत त्यागी द्वारा सोसायटी की महिला के साथ गाली-गलौज व धक्का-मुक्की की गई। जिसे नोएडा के सभी लोग आहत हुए थे। इस संबंध में समाजवादी पार्टी ने प्रेस कंन्फ्रेंस के साथ-साथ एक खुला पत्र लिखकर श्रीकांत त्यागी की गिरफ्तारी की भी मांग की थी। इसके तुरंत बाद श्रीकांत त्यागी की गिरफ्तारी भी हुई थी।

इस दौरान पुलिस प्रशासन के द्वारा श्रीकांत त्यागी की पत्नी व बच्चों के साथ दुर्व्यवहार भी किया गया था। उनको प्रताड़ित भी किया गया था। जिस प्रकार श्रीकांत त्यागी द्वारा सोसायटी में दहशत फैलाई गई और महिला के साथ दुर्व्यवहार किया गया और एक जाति विशेष को गाली देने का काम किया गया। इस संदर्भ में पार्टी से आग्रह है कि क्यों न एक प्रतिनिधि मंडल पीड़ित पक्ष की महिला के पास भी भेजा जाए। जिससे नोएडा महानगर में एक सकारात्मक संदेश लोगों के बीच में जाए और यह निर्णय जातिवाद के खिलाफ भी होगा।

(आईएएनएस)

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Created On :   2 Sept 2022 5:30 PM IST

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