सिसोदिया ने जीएसटी परिषद की बैठक में पापड़ और कचरी की कर दरों में विसंगति को दूर करने की मांग की
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- विसंगति को दूर करने की मांग
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने जीएसटी परिषद की शनिवार को हुई बैठक में पापड़ और कचरी के लिए कर (टैक्स) निर्धारण में विसंगति को दूर करने की मांग की। उन्होंने इस संबंध में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को भी लिखा था।
सिसोदिया ने कहा कि 13 जनवरी को वित्त मंत्रालय द्वारा जारी एक स्पष्टीकरण परिपत्र के कारण, अब 18 प्रतिशत जीएसटी पापड़ के साथ-साथ पापड़ जैसे उत्पादों पर लगाया जा रहा है, जिन्हें आमतौर पर कचरी या कचरी पापड़ के रूप में जाना जाता है।
आगे कहा कि पापड़ और कचरी एक ही खाद्य श्रेणी के हैं। ऐसे में पापड़ पर शून्य जीएसटी और कचरी पर 18 फीसदी जीएसटी लगाना अनुचित है। काचरी पापड़ एक प्रीमियम उत्पाद नहीं है और यदि विसंगति को दूर नहीं किया जाता है, तो इससे गलत बिल बनाने की प्रथा को बढ़ावा मिलेगा और कर चोरी बढ़ेगी।
डिप्टी सीएम ने सीतारमण को लिखे अपने पत्र में कहा कि पापड़ और कचरी पापड़ दोनों मूल रूप से भारत में बने हैं। जीएसटी लागू होने से पहले, अधिकांश राज्यों ने इन उत्पादों पर शून्य कर लगाया। जीएसटी लागू होने के बाद भी पापड़ और कचरी पापड़ पर जीरो फीसदी जीएसटी लगता था।
हालांकि, 13 जनवरी को केंद्रीय वित्त मंत्रालय के एक परिपत्र के परिणामस्वरूप एक विसंगति हुई है। सिसोदिया ने कहा, पापड़ और कचरी एक ही खाद्य श्रेणी के हैं और वे भी समान कच्चे माल का उपयोग करके तैयार किए जाते हैं। लेकिन गलती से इन उत्पादों को स्नैक्स पैलेट की श्रेणी में डाल दिया गया है और इन पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगाया जा रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने सर्कुलर में फ्रायम्स शब्द का इस्तेमाल किया है, इस तथ्य के बावजूद कि फ्रायम्स नाम की कोई श्रेणी नहीं है। यह एक लोकप्रिय बैंड है जिसमें विभिन्न प्रकार के उत्पाद हैं। ऐसे में काचरी पापड़ को फ्रायम्स की श्रेणी में रखना गलत है।
सिसोदिया ने कहा कि जीएसटी के रेट चार्ट पर नजर डालें तो सेंवई पर 5 फीसदी जीएसटी, पिज्जा ब्रेड पर 5 फीसदी जीएसटी लगता है. साबूदाना पर 5 फीसदी जीएसटी है। अनाज के पेलेट पर 5 फीसदी जीएसटी है। आलू के पेलेट पर 5 फीसदी जीएसटी है। पास्ता पर 12 फीसदी जीएसटी है। नमकीन काजू और बादाम पर भी 12 फीसदी जीएसटी लगता है। सामान्य स्नैक्स पर भी 12 फीसदी जीएसटी लगता है। लेकिन कचरी पापड़ जो कि बिल्कुल पापड़ की तरह का उत्पाद है, उसे 18 फीसदी की जीएसटी श्रेणी में रखा गया है।
आईएएनएस
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Created On :   18 Feb 2023 11:30 PM IST