कुर्क की जाएगी अपराधी सैंट्रो रवि की संपत्तियां: सरकार
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरू। विपक्षी दलों के हमले के बीच कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा ने मंगलवार को कथित अपराधी सैंट्रो रवि की संपत्ति कुर्क करने की घोषणा की है। कांग्रेस ने भाजपा पर रवि को जमानत दिलाने में मदद करने का आरोप लगाया था, जबकि जद (एस) ने आरोप लगाया था कि भाजपा उसे सुरक्षित आश्रय प्रदान कर रही है।
मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने स्पष्ट किया कि सैंट्रो रवि के खिलाफ मामलों की जांच शुरू हो गई है। उन्होंने कहा, उसकी संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा कि उन्होंने सैंट्रो रवि के खिलाफ व्यापक जांच का आदेश दिया है। कांग्रेस के कार्यकाल में उसके खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए हैं। उसे तब छोड़ा गया था जब सबसे पुरानी पार्टी सत्ता में थी।
सैंट्रो रवि का अपराध का 20 साल का इतिहास है। उन्होंने कहा कि जांच से इस अवधि के दौरान उसके संबंधों, साठगांठ, मंत्रियों और सरकारों से संबंधों का पता चलेगा। गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा कि सैंट्रो रवि को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है। फिलहाल पुलिस उसके साथियों से पूछताछ कर रही है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि उसके खिलाफ दर्ज हर मामले की जांच की जाएगी।
मैसूरु के ओदनाडी एनजीओ ने संत्रो रवि के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय वित्त मंत्री निरामला सीतारमन से शिकायत की थी। उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में भी शिकायत दर्ज कराई है। इस बीच रवि की सत्तारूढ़ भाजपा के मंत्रियों और मुख्यमंत्री के बेटे के साथ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। शिकायत की कॉपी के साथ सोने के बिस्किट, पैसों के बंडल के साथ सैंट्रो रवि की फोटो भी अटैच की गई है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि सैंट्रो रवि उर्फ के.एस. मंजूनाथ के खिलाफ बेंगलुरु और मैसूरु में 14 गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें एक नाबालिग का अपहरण और बलात्कार भी शामिल है। सूत्रों ने कहा कि वह पीएसआई भर्ती घोटाले से भी जुड़ा हुआ है। वह कथित रूप से वेश्यावृत्ति और वाहन चोरी के मामलों में शामिल है और गुंडा अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है। उसे एक साल तक कैद में रखा गया और बाहर आने के बाद उसने अपनी आपराधिक गतिविधियों को जारी रखा।
सैंट्रो रवि के पास मैसूरु, शेषाद्रिपुरम, तिलकनगर और बेंगलुरु के अन्य इलाकों में विशाल बंगले हैं। उसकी पत्नी ने उसके खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था और आरोप लगाया था कि आरोपी ने उसे झूठे मामले में फंसाया है। पुलिस विभाग ने इस आरोप की जांच की और पाया कि इंस्पेक्टर ने प्रभाव में आकर पीड़िता को गिरफ्तार कर लिया। गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा है कि यह बात सामने आई है कि उन्हें झूठे मामले में गिरफ्तार किया गया है। रिपोर्ट तैयार है और अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जाएगी।
(आईएएनएस)
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Created On :   10 Jan 2023 11:01 AM GMT