लालू के कुनबे में टूट, तेजस्वी और तेजप्रताप में खुलकर सामने आई बगावत!
- क्या टूट की कगार पर है लालू का कुनबा?
डिजिटल डेस्क, पटना। लालू प्रसाद की पार्टी राजद में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। इस साल के अंत में पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होना है। उससे पहले दोनों भाईयों (तेजप्रताप और तेजस्वी) में बगावत खुलकर के सामने आ गई है। लालू के कुनबे में टूट अब साफ नजर आ रही है।
सियासत में संकेत के बहुत मायने होते हैं। ऐसा ही संकेत पटना में स्थित राजद के कार्यालय से मिला है, जो लालू की पार्टी के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है। दरअसल, पार्टी दफ्तर में छात्र यूनिट का एक कार्यक्रम हुआ, जिसमें लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव शामिल हुए। इस कार्यक्रम के लिए पार्टी ऑफिस के बाहर लगे हॉर्डिंग्स में तेजप्रताप के बड़े बड़े फोटो थे, जिनमें तेजस्वी यादव का चेहरा गायब था।
तेजप्रताप के फोटो पर पोती कालिख
जब बवाल बढ़ा तो तेजस्वी यादव के समर्थकों ने रात में पार्टी ऑफिस के बाहर लगे तेजप्रताप के फोटो पर कालिख पोत दी। हद तो तब हो गई जब रातों रात तेजस्वी के समर्थकों ने तेजप्रताप के होर्डिंग्स को उतार दिया। राजद पार्टी ऑफिस के बाहर लगे नए होर्डिंग्स में तेजस्वी के साथ लालू और राबड़ी की फोटो लेकिन तेजप्रताप गायब हैं।
पार्टी अब इस घटना पर लीपापोती के मूड़ में हैं। पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने को लेकर के दोनो भाईयों में जो बगावत शुरू हुई है, उस पर पार्टी के प्रवक्ता शक्ति सिंह की ओर से इसको मानवीय भूल कहा जा रहा है। पार्टी प्रवक्ता का कहना है कि तेजप्रताप पहले ही तेजस्वी को पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री का उम्मीदवार मान चुके हैं। पार्टी भले ही कुछ कहे लेकिन दोनो भाईयों में बगावत साफ दिखती है। आशंका है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव जैसे जैसे पास आयेंगे वैसे वैसे यह संघर्ष और बढ़ सकता है। हालांकि जब जब तेजप्रताप को बेतुका बयान देते हैं तब तेजस्वी यादव हमेशा उसे संभालने की कोशिश करते हैं। इस बार भी राजद को यही उम्मीद है कि तेजस्वी बिगड़ती बात को संभाल ही लेंगे।
Created On :   9 Aug 2021 12:32 PM GMT