Rajasthan: दिल्ली में वसुंधरा की नड्डा और राजनाथ के साथ बैठक के बाद बढ़ी सियासी हलचल, इधर चार्टर्ड प्लेन से गुजरात पहुंचे भाजपा विधायक
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डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजस्थान में जारी सियासी उठापटक के बीच राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता वसुंधरा राजे सिंधिया दिल्ली में लगातार बैठकें कर रही हैं। ऐसे में एक बार फिर राजस्थान की राजनीति का तापमान बढ़ गया है। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने शनिवार को दिल्ली में वरिष्ठ बीजेपी नेता राजनाथ सिंह से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच राजस्थान के राजनीतिक घटनाक्रम पर बात हुई। बता दें कि आगामी 14 अगस्त से राजस्थान विधानसभा का सत्र शुरू होना है। इस सत्र में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बहुमत साबित कर सकते हैं। इस बीच भाजपा भी सक्रिय हो गई है। वसुंधरा के अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात को इसी सिलसिले से जोड़कर देखा जा रहा है।
हालांकि इन मुलाकातों के दौरान वसुंधरा की पार्टी नेताओं से क्या चर्चा हुई, इस पर आधिकारिक रूप से कोई सूचना नही दी गई है। वसुंधरा की ये मुलाकातें इसलिए महत्वपूर्ण हो जाती हैं, क्योंकि पिछले महीने से शुरू हुए राजनीतिक संकट के दौरान वह जयपुर में हुई भाजपा की बैठकों से अलग रही हैं और उन्होंने पूरे घटनाक्रम पर चुप्पी साधे रखी।
राजनाथ से पहले नड्डा और बीएल संतोष से मिल चुकी हैं वसुंधरा
बता दें कि वसुंधरा राजे दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा और संगठन महामंत्री बीएल संतोष से भी मिल चुकी हैं। शुक्रवार को वसुंधरा राजे ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। दोनों नेताओं के बीच करीब डेढ़ घंटे की चर्चा हुई, जिसमें राजस्थान के सियासी घटनाक्रम पर बात हुई। वसुंधरा राजे ने कांग्रेस में मचे घमासान पर एक लंबे वक्त तक इस चुप्पी साध रखी थी, इसे लेकर बीजेपी में चर्चाओं का बाजार गरम था। पिछले महीने जब राजस्थान बीजेपी कांग्रेस के खिलाफ सियासी दांव चलने की तैयारी कर रही थी तो इस दौरान वसुंधरा पूर्व सीएम होने के बावजूद इन बैठकों से गायब थीं।
भाजपा ने 20 विधायकों को गुजरात शिफ्ट किया
कांग्रेस के बाद भाजपा ने भी अपने विधायकों की बाड़ेबंदी शुरू कर दी है। करीब 20 विधायकों को गुजरात भेजा गया है। बताया जा रहा है कि कुछ विधायकों को पोरबंदर के होटल लॉर्ड्स में रखा गया है। कुछ एमएलए अहमदाबाद के किसी होटल में रुकवाए गए हैं।
अब तक ये 20 विधायक गुजरात भेजे गए
समाराम गरासिया, जगसीराम कोली, पूराराम चौधरी, धर्मनारायण जोशी, फूल सिंह मीणा, अमृत लाल मीणा, प्रताप गमेती, बाबूलाल खराड़ी, गौतम मीणा, अर्जुन लाल जीनगर, गोपीचंद मीणा, कैलाश मीणा, हरेंद्र निनामा और गौतम लाल मीणा शुक्रवार को भेज दिए गए। वहीं गोपी चंद मीणा, जब्बर सिंह सांखला, गुरदीप शापिनी, धर्मेंद्र कुमार मोची, गोपाल लाल शर्मा और निर्मल कुमावत शनिवार को भेजे गए।
बसपा विधायकों के मामले की वजह से भाजपा अलर्ट
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, 11 अगस्त को बसपा विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर हाईकोर्ट का फैसला आएगा। ऐसे में भाजपा भी अलर्ट मोड पर है। आलाकमान के निर्देश पर विधायकों को गुजरात शिफ्ट किया गया है। अलग-अलग जिलों में नेताओं को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।
14 अगस्त से शुरू हो है राजस्थान विधानसभा सत्र
गौरतलब है कि पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और कांग्रेस के कुछ अन्य विधायकों के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बागी रुख अपनाने के कारण राजस्थान में पिछले कुछ हफ्तों से राजनीतिक उठापटक चल रही है। कांग्रेस आलाकमान ने पायलट को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री पदों से हटा दिया था। राजस्थान विधानसभा का सत्र 14 अगस्त से आरंभ हो रहा है।
राजस्थान विधानसभा का सत्र 14 अगस्त से
संभावना है कि गहलोत इस दौरान विश्वास मत का प्रस्ताव ला सकते हैं। जानकारों का मानना है कि गहलोत के पास संख्याबल है और वे बहुमत साबित करने को लेकर आश्वस्त हैं। भाजपा का एक वर्ग कांग्रेस के बागी विधायकों के समर्थन से गहलोत सरकार को गिराना चाहता है लेकिन सूत्रों की मानें तो वसुंधरा इसके पक्ष में नहीं हैं।
Created On :   8 Aug 2020 7:46 PM IST