जन्मदिन: 75 साल के हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं, कहा- उनकी समझदारी राष्ट्र के लिए बहुत बड़ी संपत्ति
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का आज (1 अक्टूबर) जन्मदिन है। देश के 14वें राष्ट्रपति कोविंद आज 75 साल के हो गए। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर राष्ट्रपति कोविंद को जन्मदिन की बधाई दी और उनकी लंबी आयु की कामना की है।
PM Modi extends greetings to President Kovind on his birthday
— ANI Digital (@ani_digital) October 1, 2020
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पीएम मोदी ने ट्वीट कर जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए कहा, उनकी समृद्ध अंतर्दृष्टि और नीतिगत मामलों की समझदारी हमारे राष्ट्र के लिए बहुत बड़ी संपत्ति है। वह कमजोरों की सेवा करने के प्रति बेहद दयालु हैं। मैं उनके अच्छे स्वास्थ्य और लंबे जीवन के लिए प्रार्थना करता हूं।
Birthday wishes to Rashtrapati Ji. His rich insights and wise understanding of policy matters are great assets for our nation. He is extremely compassionate towards serving the vulnerable. I pray for his good health and long life. @rashtrapatibhvn
— Narendra Modi (@narendramodi) October 1, 2020
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर राष्ट्रपति कोविंद को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए कहा, देश के गरीब और वंचित वर्ग के कल्याण और सशक्तिकरण के प्रति आपका समर्पण हम सभी को प्रेरित करता है। आपकी बुद्धिमत्ता और कौशल से देश को नया बल मिला है।
माननीय राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं। देश के गरीब और वंचित वर्ग के कल्याण व सशक्तिकरण के प्रति आपका समर्पण हम सभी को प्रेरित करता है। आपकी बुद्धिमत्ता व कौशल से देश को नया बल मिला है। आपके उत्तम स्वास्थ्य व दीर्घायु की कामना करता हूँ। @rashtrapatibhvn
— Amit Shah (@AmitShah) October 1, 2020
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का जन्म 1 अक्टूबर, 1945 को उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले की तहसील डेरापुर के एक छोटे से गांव परौंख में हुआ था। कोविंद राष्ट्रपति बनने से पहले बिहार के राज्यपाल रह चुके हैं। 2014 में नरेंद्र मोदी की सरकार के आने के बाद कोविंद को बिहार का गर्वनर नियुक्त किया गया। शुरुआती दिनों में कोविंद पेशे से वकील रहे।
कोविंद 1971 में दिल्ली बार काउंसिल के सदस्य बने। 1977 से 1979 तक उन्होंने दिल्ली उच्च न्यायलय में बतौर एडवोकेट कार्य किया। इसी दौरान वे तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के निजी सहायक भी रहे। 1978 में वे सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट-ऑन-रिकॉर्ड बने। 1980 से 1993 तक उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में बतौर केंद्रीय सरकार के स्थाई अभिवक्ता का कार्य किया। सुप्रीम कोर्ट और विभिन्न हाई कोर्ट में उन्होंने 16 साल तक वकालत की। इस अवधि के दौरान उन्होंने समाज के विभिन्न कमजोर वर्गों के लोगों को कानूनी सहायता प्रदान करने में मुख्य भूमिका निभाई।
1991 में वे भारतीय जनता पार्टी से जुड़े और महज तीन साल बाद उन्हें राज्य सभा की सदस्यता मिल गई। 1994 और 2000 में कोविंद उत्तरप्रदेश से राज्यसभा सदस्य चुने गए और 12 साल तक सांसद रहे। 1998 से 2002 के बीच कोविंद बीजेपी के अनुसूचित जाति मोर्चे के अध्यक्ष के तौर पर काम कर चुके हैं।
Created On :   1 Oct 2020 10:07 AM IST