प्रधानमंत्री ने एचएएल के नए कारखाने की सराहना की, लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर का अनावरण किया

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कर्नाटक प्रधानमंत्री ने एचएएल के नए कारखाने की सराहना की, लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर का अनावरण किया

डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कर्नाटक के तुमकुरु जिले के पास गुब्बी में एक समारोह के दौरान एचएएल की नई हेलीकॉप्टर फैक्ट्री राष्ट्र को समर्पित की।

इस अवसर पर बोलते हुए, उन्होंने भारत के सबसे बड़े हेलीकॉप्टर कारखाने का निर्माण करके रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को मजबूत करने के एचएएल के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा, ड्रोन निर्माण से लेकर तेजस लड़ाकू, नौसैनिक वाहक और परिवहन विमान के निर्माण तक, भारत अब हर चीज का स्वदेशी उत्पादन कर रहा है।

उन्होंने कहा, एचएएल भारतीय रक्षा बलों के लिए तेजस का निर्माण कर रहा है और यह वैश्विक ध्यान का केंद्र है। फैक्ट्री सैकड़ों हेलीकॉप्टरों का उत्पादन करेगी और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के अलावा प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा करने के अलावा 4 लाख करोड़ रुपये का कारोबार करेगी।

मोदी ने कहा कि 2016 में आधारशिला रखने के बाद आज कारखाने को चालू देखना एक महत्वपूर्ण अवसर था। उन्होंने एचएएल द्वारा निर्मित लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर (एलयूएच) का अनावरण किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एचएएल को बधाई दी और कहा कि तुमकुरु कारखाने का उद्घाटन आत्मनिर्भरता की ओर भारत की यात्रा में एक बड़ा मील का पत्थर है। तुमकुरु कारखाना भारत की रक्षा सेवाओं को बढ़ावा देगा।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि एचएएल अग्रणी कंपनियों में से एक है और कर्नाटक का गौरव है। उन्होंने तुमकुरु में इसकी उपस्थिति का स्वागत किया। तुमकुरु कारखाना देश की सभी हेलीकाप्टर आवश्यकताओं के लिए एक ही स्थान पर समाधान बन जाएगा। हेली-रनवे, फ्लाइट हैंगर, फाइनल असेंबली हैंगर, स्ट्रक्च र असेंबली हैंगर, एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) और विभिन्न सहायक सेवा सुविधाओं जैसी सुविधाओं की स्थापना के साथ, कारखाना पूरी तरह से चालू है। यह कारखाना अपने संचालन के लिए अत्याधुनिक उद्योग 4.0 मानक उपकरणों और तकनीकों से लैस किया जा रहा है।

लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर (एलयूएच), जो शुरू में इस कारखाने में बनाया जा रहा था, स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित 3-टन वर्ग, एकल इंजन बहुउद्देशीय उपयोगिता हेलीकॉप्टर है जिसमें उच्च गतिशीलता की अनूठी विशेषता है। प्रारंभ में, यह कारखाना प्रति वर्ष लगभग 30 हेलीकाप्टरों का उत्पादन करेगा, और इसे चरणबद्ध तरीके से प्रति वर्ष 60 और फिर 90 हेलीकाप्टरों तक बढ़ाया जा सकता है।

कारखाना भारतीय मल्टी रोल हेलीकाप्टर (आईएमआरएच) का उत्पादन भी करेगा और भविष्य में हेलीकाप्टरों के रखरखाव मरम्मत और ओवरहाल (एमआरओ) करेगा।

(आईएएनएस)

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Created On :   6 Feb 2023 10:00 PM IST

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