दिल्ली की अनधिकृत कालोनियों में 1000 आरओ प्लांट लगाने की योजना
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- पानी को ट्रीट करने की क्षमता
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली की अनधिकृत कालोनियों में 1000 आरओ प्लांट लगाने की योजना है। इस योजना को पूरा करने के लिए सीएम अरविंद केजरीवाल अधिकारियों को दो-तीन डिजाइन प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। उनमें से जो डिजाइन अच्छी होगी, उसकी अनुमति दे दी जाएगी। सीएम ने कहा कि जमीन की उपलब्धता और डिजाइन की वजह से यह प्रोजेक्ट अटका हुआ है। हम स्थानीय विधायक और पार्षदों को अन्य विभागो द्वारा जमीन उपलब्ध कराने में सहयोग लेंगे।
इसके अलावा शुक्रवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के हर घर में नल से साफ पानी मुहैया कराने को लेकर एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। दिल्ली जल बोर्ड ने दिल्ली में हर घर को पानी का नया कनेक्शन देने के लिए दिल्ली सरकार से करीब 688 करोड़ रुपए मांग का प्रस्ताव रखा। इस पर सीएम ने कहा कि जो भी खर्च आएगा, वो दिल्ली सरकार दे देगी, लेकिन इससे पहले कनेक्शन देने का वास्तविक खर्च का आंकलन कर लिया जाए। अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि 688 करोड़ रुपए से दिल्ली में हर घर को पानी का कनेक्शन दे दिया जाएगा।
समीक्षा बैठक में सीएम अरविंद केजरीवाल का मुख्य फोकस दिल्ली में जलापूर्ति बढ़ाने पर था, ताकि दिल्ली के हर घर में नल से पीने का पर्याप्त पानी मुहैया कराया जा सके। इसके तहत मुख्यमंत्री ने दिल्ली के अलग-अलग स्थानों पर नलकूपों की स्थापना, अमोनिया रिमूवल ट्रीटमेंट प्लांट, आरओ प्लांट, 24 घंटे जलापूर्ति के नए प्रोजेक्ट, जेजे कॉलोनी क्षेत्रों में आरओ प्लांट लगाने, डब्ल्यूटीपी के अपशिष्ट पानी के इस्तेमाल और हर घर को पानी का कनेक्शन देने को लेकर चल रहे प्रोजेक्ट की समीक्षा की।
इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने अधिकारियों को वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता बढ़ाने का निर्देश देते हुए कहा कि हम ट्यूबवेल से पानी तो निकाल लेते हैं, लेकिन उसको ट्रीट नहीं कर पाते हैं, क्योंकि कई वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता कम है। इससे भविष्य में उसका लाभ मिलेगा। सीएम अरविंद केजरीवाल ने अधिकारियों से सभी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का प्लान मांगा है कि वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का री-साइकल्ड पानी को हम कैसे इस्तेमाल करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर कहीं पर भी पानी बर्बाद कर रहे हैं तो यह अपराध है। हम ट्यूबवेल इसलिए नहीं चला रहे हैं, क्योंकि उसके पानी को ट्रीट करने की क्षमता नहीं है और उस पानी को नाले में बहा रहे हैं, तो यह बहुत बड़ा अपराध है।
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में 94 ट्यूबवेल से पानी निकाला जा रहा है, जिससे करीब 19 एमजीडी पानी की वृद्धि हुई है। जबकि कई और ट्यूबवेल लग चुके हैं, जो आने वाले कुछ दिनों में काम करना चालू कर देंगे। सीएम अरविंद केजरीवाल ने अधिकारियों को प्रतिदिन ट्यूबवेल से निकलने वाले पानी का आंकलने करने का निर्देश दिया है, ताकि यह पता चल सके कि प्रतिदिन इन ट्यूबवेल से कितना पानी निकल रहा है। अधिकारियों को अगली बैठक में इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी।
पल्ला, भलस्वा और अन्य लोकेशन पर 259 ट्यूबवेल्स लगाए जाने हैं, जिससे जलापूर्ति में 42.5 एमजीडी की वृद्धि होगी। पल्ला एरिया में कुल 109 ट्यूबवेल्स लगने हैं। यह सभी ट्यूबवेल्स वन विभाग, ग्राम सभा, सिंचाई, डीडीए की जमीन पर लगाए जाने हैं। इनके लिए जमीन चिंहित करने का काम चल रहा है।
आईएएनएस
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Created On :   17 Feb 2023 11:30 PM IST