पार्थ चटर्जी का 70वां जन्मदिन सलाखों के पीछे एकांत में गुजरा
- जेल परिसर में पूजा से इनकार
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। पूर्व शिक्षा मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी का 70वां जन्मदिन गुरुवार को प्रेसीडेंसी केंद्रीय सुधार गृह में सेल के भीतर एकांत में गुजरा। वह करोड़ों रुपये के पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) भर्ती घोटाले में मुख्य आरोपी हैं।
राज्य कारागार विभाग के सूत्रों ने बताया कि पूर्व मंत्री ने दिनभर खुद को सेल के भीतर ही सीमित रखा और ज्यादातर समय लेटकर और आंखें बंद कर बिताया। उन्होंने किसी से भी बातचीत करने से परहेज किया।
एक अधिकारी ने कहा कि इस अवसर पर वहां कोई विशेष मेनू नहीं था। नाश्ते और दोपहर के भोजन में वहां उन्हें जो कुछ भी परोसा जाता था, वह चुपचाप खा लेते थे।
पता चला है कि पूर्व मंत्री ने 2 से 5 अक्टूबर तक दुर्गा पूजा के अंतिम चार दिनों के दौरान खुद को अपने कक्ष में सीमित कर लिया था, क्योंकि सुधार गृह अधिकारियों ने उन्हें सुरक्षा आधार पर जेल परिसर के भीतर पूजा में भाग लेने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था।
1 अक्टूबर की दोपहर को पूर्ण पूजा अनुष्ठान शुरू होने से पहले चटर्जी को लगभग 10 मिनट के लिए सुरक्षा घेरे में जेल परिसर के पंडाल में ले जाया गया।
हालांकि, पिछले साल तक वह अपना जन्मदिन बेहाला स्थित अपने पार्टी कार्यालय में केक काटकर और अपने अनुयायियों और पार्टी के साथी नेताओं के साथ बातचीत करके मनाते थे। पिछले साल इस मौके पर उनके साथ उनकी करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी भी नजर आई थीं, जो इसी आरोप में अभी न्यायिक हिरासत में हैं।
बार पूर्व मंत्री ने हाल ही में मामले की सुनवाई के दौरान जमानत पर रिहा करने की गुहार लगाते हुए कई बार आंसू बहाए। लेकिन हर बार उनकी जमानत अर्जी खारिज कर दी गई। अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) दोनों ने डब्ल्यूबीएसएससी घोटाले में अपनी पहली चार्जशीट दाखिल कर दी है।
आईएएनएस
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Created On :   7 Oct 2022 12:30 AM IST