अंबेडकर जयंती के मौके पर कांग्रेस ने केंद्र पर लगाया दलित विरोधी होने का आरोप
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी पर आरोप लगाया है कि मोदी सरकार की नीति दलित विरोधी है। केंद्र की नीति, नियम, कानून और बजट तक में ये प्रतिबिंबित होता है। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने गुरुदेव को पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि आज क्योंकि बाबा साहब अम्बेडकर की जयंती है। सबसे बड़ी प्राथमिकता दलितों की सुरक्षा की होगी।
सामाजिक न्याय और सामाजिक सौहार्द उतना ही जरुरी है, जितना कि आर्थिक न्याय और राजनीतिक सशक्तिकरण। ये भारतीय जनता पार्टी के 2014 और 2019 के घोषणा पत्र के शब्द हैं, जो उन्होंने जनता को चुनाव के पहले वायदा किया था। लेकिन इस देश में दलितों की स्थिति, वंचित समाज के लोगों की स्थिति इस देश में हम सबसे छुपी हुई नहीं है। चाहे वो रोहित वेमुला हो, चाहे वो तमाम दलित महिलाएं हों, जिनका बलात्कार होता है।
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा ये सरकार की कहीं ना कहीं दलित विरोधी मानसिकता दिखाता है। शायद इसीलिए दलितों के खिलाफ देश में लगातार बढ़ रहा है। 2011 में इसकी संख्या 33 हजार थी तो ये 2020 तक बढ़कर करीब 50,291 क्राइम अगेंस्ट दलित हो गए। आज औसतन 10 दलित महिलाओं का रोज इस देश में बलात्कार होता है। 22 प्रतिशत से ज्यादा रिपोर्टेड छोटे बच्चों के यौन शोषण के मामले दलित बच्चों के होते हैं। लेकिन ये सच है कि जब ऐसा होता है, तो पुलिस और प्रशासन पीड़ित को ही प्रताड़ित करता है।
उन्होंने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस और प्रशासन उनकी ही आवाज का दमन करने का काम करता है। सारी की सारी सरकार, मंत्री, मुख्यमंत्री, पार्टी, ट्रोल आर्मी लग जाती है पीड़ित को गलत साबित करने में। दलितों के प्रति जो भारतीय जनता पार्टी का रवैया है, वो कहीं ना कहीं उनकी नीति, नियम, कानून, उनके बजट तक में प्रतिबिंबित होता है। जो पर्सेंटेज ऑफ टॉरगेटेड स्कीम होती हैं, दलितों के लिए, शेडूल्ड कास्ट के लिए, टोटल सेंट्रल स्कीम और टोटल सेंट्रली स्पोंसर्ड स्कीम में से अब दलितों को टारगेट करने वाली स्कीम में मात्र 4.4 प्रतिशत हिस्सा उसका रह गया है। ये निरंतर, हर साल गिरता जा रहा है। 2022 वित्तीय वर्ष में दलित औरतों के लिए 15,000 करोड़ से ज्यादा एलोकेट किए गए थे, 2023 में वो घटाकर 11 हजार करोड़ रह गए।
वहीं पीएम म्यूजियम को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधाते हुए कहा कि नया इतिहास लिखने के लिए बिल्डिंग नहीं बनानी चाहिए। देश के निर्माण में हर प्रधानमंत्री का योगदान है। ये अलग बात है की पीएम मोदी को लगता है कि इमारतें बनाकर वो इतिहास लिखेंगे। पीएम मोदी की कोशिश है कि वे इतिहास वहां से लिखें, जब वे प्रधानमंत्री बने थे। सुप्रिया श्रीनेत ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम नए सेंट्रल विस्टा में इतना बड़ा घर बना रहे हैं। बड़ा नया द़फ्तर बना रहे हैं। वहां पूर्व प्रधानमंत्रियों को भी थोड़ी जगह दे देते।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत द्वारा दिए बयान पर उन्होंने ने कहा, मोहन भागवत कौन हैं? पहले तो मैं ये पूछना चाहती हूं कि क्या वे प्रधानमंत्री हैं, गृहमंत्री हैं, जज हैं, एग्जिक्यूटिव-ज्यूरी हैं? भागवत जी को बोलने का बहुत शौक है। भागवत जी बताएं कि वो अखंड भारत की बात कर रहे हैं, हिंदू राष्ट्र की बात कर रहे हैं, चीन हमारे घर में घुस कर बैठा है, एक बार तो इस बारे में बोल दीजिए भागवत जी। क्या करेंगे चीन को बाहर निकालने के लिए? दरअसल, मोहन भागवत द्वारा कहा गया कि सनातन धर्म ही हिंदू राष्ट्र है। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि 15 साल में भारत फिर से अखंड भारत बनेगा, यह सब हम अपनी आंखों से देखेंगे।
(आईएएनएस)
Created On :   14 April 2022 5:00 PM IST