राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान किसी कैबिनेट मंत्री ने जवाब नहीं दिया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस ने बुधवार को राज्यसभा में कैबिनेट मंत्रियों की ओर से सवालों का जवाब नहीं देने के मुद्दे को उठाया और दावा किया कि यह 70 साल में इस तरह की पहली घटना है। कांग्रेस के मुख्य सचेतक (चीफ व्हिप) जयराम रमेश ने कहा, सदन के 70 वर्षों में पहली बार आज (बुधवार) किसी कैबिनेट मंत्री ने प्रश्नकाल के दौरान सवालों के जवाब नहीं दिए। उन्होंने कहा, सदन में राज्य मंत्री की ओर से जवाब नहीं दिए जाने पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि मंत्री ने पहले से प्रसारित उत्तरों को पढ़कर महज मोदी चालीसा का जाप किया है।
वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) पर भाजपा सांसद (नामांकित) राकेश सिन्हा के एक सवाल के जवाब में, गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि उनकी विचारधारा अंतरराष्ट्रीय समूहों से प्रेरित है और कभी-कभी इन समूहों द्वारा तब विरोध किया जाता है, जब उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि जब कुछ उग्रवादियों की गिरफ्तारी होती है तो ये संगठन भी उनकी मदद के लिए आगे आते हैं। राय ने कहा, वामपंथी उग्रवाद एक खतरनाक विचारधारा है, जो भारत विरोधी नारे लगाते हैं। वे कभी भी भारतीय संस्कृति का हिस्सा नहीं हो सकते।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गरीबों का मसीहा बताते हुए राय ने कहा कि उनके नेतृत्व में वामपंथी उग्रवाद की विचारधारा कम हो रही है। मंत्री ने कहा, शहरी नक्सली (अर्बन नक्सल) विचारधारा को गिरफ्त में करने के प्रयास किए जा रहे हैं। वामपंथी चरमपंथी बंदूक की नोक पर तानाशाही लाना चाहते हैं। मंगलवार को पीएम मोदी ने सदन में इतिहास को बदलने के आरोपों के बीच कांग्रेस पर प्रहार करते हुए कहा था कि कांग्रेस अर्बन नक्सल सोच के चंगुल में फंस चुकी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की पूरी सोच पर अर्बन नक्सल का कब्जा हो चुका है। उन्होंने कहा कि यहां कुछ लोग इतिहास बदलने पर चर्चा कर रहे हैं। हम पर आरोप लगाया जाता है कि हम इतिहास बदलने की कोशिश कर रहे हैं। कई बार ऐसा बोला जाता है। दरअसल, यह कांग्रेस की अर्बन सोच का नतीजा है।
(आईएएनएस)
Created On :   9 Feb 2022 1:00 PM GMT