एनएचएआई का सड़क सुरक्षा बढ़ाने के लिए व्यापक ऑडिट
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने सड़क सुरक्षा ऑडिट करने के लिए व्यापक नीतिगत प्रक्रियाएं निर्धारित की हैं और ऑडिट की सुविधा और सिफारिशों के कार्यान्वयन के लिए सभी हितधारकों के लिए जिम्मेदारियां निर्धारित की गई हैं।
एनएचएआई योजना, निर्माण, संचालन और रखरखाव के चरणों में राष्ट्रीय राजमार्गों पर सुरक्षा ऑडिट करता रहा है। वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान, एनएचएआई ने सुरक्षित सड़क इंजीनियरिंग अध्ययन में विशेषज्ञता वाले सुरक्षा लेखा परीक्षकों के माध्यम से 16,500 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों का सुरक्षा ऑडिट किया और 19,300 किलोमीटर का सुरक्षा ऑडिट इस वित्तीय वर्ष के दौरान दिसंबर 2022 तक पूरा किया गया।
सेफ्टी ऑडिट की सिफारिशों के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए, एनएचएआई में वेब-आधारित पोर्टल (डेटा लेक) विकसित किया गया है और 260 सुरक्षा ऑडिट रिपोर्ट डेटा लेक पर सुरक्षा सलाहकारों द्वारा अपलोड की गई हैं, और एनएचएआई द्वारा कार्यान्वयन के लिए निगरानी की जाती है।
इसके अलावा, एनएचएआई ने सभी परियोजनाओं के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) स्तर पर थर्ड पार्टी रोड सेफ्टी ऑडिट अनिवार्य कर दिया है। सभी नई परियोजनाओं के लिए डीपीआर का स्वतंत्र सुरक्षा सलाहकारों की एक टीम द्वारा सुरक्षा ऑडिट किया जाएगा और डिजाइन के अगले चरणों के दौरान सुरक्षा ऑडिटरों की सिफारिशों को ध्यान में रखा जाएगा।
इसके अलावा, एनएचएआई में समर्पित सड़क सुरक्षा अधिकारियों द्वारा डीपीआर की सुरक्षा समीक्षा की जाती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी आवश्यक सुरक्षा उपायों को शामिल किया गया है। जंक्शनों में सुधार और यातायात शांत करने के उपायों का प्रावधान जहां राष्ट्रीय राजमार्ग बसावटों से होकर गुजरते हैं, सुरक्षा ऑडिट और दुर्घटना डेटा के आधार पर व्यवस्थित रूप से किए जा रहे हैं।
ट्रैफिक प्रवाह को विनियमित और सुव्यवस्थित करने के लिए जंक्शनों पर प्रकाश व्यवस्था, सड़क संकेत, सुरक्षा अवरोधक, पैदल यात्री गार्ड रेल, रंबल स्ट्रिप्स, चौराहे पर स्पीड हंप, स्पीड कुशन, अनुप्रस्थ बार माकिर्ंग आदि स्थापित करके सुरक्षा में सुधार किया गया। एनएचएआई ने राष्ट्रीय राजमार्गों पर सड़क के किनारे खतरों के साथ दुर्घटनाओं की गंभीरता को कम करने के लिए ट्रैफिक इम्पैक्ट एटेन्यूएटर्स की स्थापना शुरू की है।
पूरे हो चुके 4/6 लेन वाले राष्ट्रीय राजमार्गों पर ग्रामीण क्षेत्रों में पैसेंजर क्रॉस मूवमेंट सुविधाओं का निर्माण भी शुरू कर दिया गया है। इसके अलावा, देश भर के विभिन्न स्थानों पर सुरक्षित यात्री क्रॉसिंग सुविधाएं जैसे फुट ओवर ब्रिज, पैदल यात्री अंडरपास, पैदल यात्री सबवे और वाहन अंडरपास प्रदान किए गए हैं।
(आईएएनएस)
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Created On :   14 Jan 2023 12:30 AM IST