मनी लॉन्ड्रिंग का आरोपी पंकज मिश्रा न्यायिक हिरासत में भी आईएएस-आईपीएस से करता है फोन पर बात, ईडी ने उसके दो सहयोगियों को किया गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, रांची। मनी लॉन्ड्रिंग मामले का आरोपी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्र न्यायिक हिरासत में भी राज्य के कई वरिष्ठ अफसरों से मोबाइल पर बात करता है। इनमें कुछ आईएएस-आईपीएस अफसर भी शामिल हैं। ईडी ने दो ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है, जो अपने मोबाइल से पंकज मिश्रा की बात अफसरों के करवाते थे।
अवैध खनन एवं परिवहन के जरिए करोड़ों की मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी पंकज मिश्र को ईडी ने बीते 19 जुलाई को गिरफ्तार किया था। ईडी ने रिमांड पर पूछताछ के बाद उसे जेल भेजा था, लेकिन बीमारी के चलते इन दिनों रिम्स में जेल के बंदी के तौर पर न्यायिक हिरासत में उसका इलाज चल रहा है। ईडी की जांच में यह बात सामने आई है कि ड्राइवर चंदन एवं एक अन्य व्यक्ति के मोबाइल से वह कई अफसरों से लगातार बात कर रहा था। सूत्रों के अनुसार, इन अफसरों में साहिबगंज एसपी भी शामिल बताये जा रहे हैं। ईडी जल्द ही इन सभी को सम्मन भेजकर पूछताछ करेगी।
जांच में ईडी को पता चला था कि कैसे पंकज मिश्रा ने स्थानीय प्रशासन पर अपने और अपने सहयोगियों के खिलाफ किसी भी जांच को रोकने के लिए दबाव बनाया था। ईडी ने विशेष अदालत में पंकज मिश्रा की कई अधिकारियों के साथ हुई बातचीत की डिजिटल कॉपी भी पेश की थी। अब इस मामले में ईडी की टीम नये सिरे से जांच में जुटी है।
कोर्ट में दायर चार्जशीट में ईडी ने बताया था कि सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के 83.98 लाख रुपये नकद वाले 4 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है। ईडी को यह भी जानकारी मिली है कि विभिन्न स्रोतों से नकद जमा के माध्यम से पंकज मिश्रा को 1.60 करोड़ रुपये मिले और नकदी के अलावा अन्य बैंकिंग चैनलों के जरिए उसे 8.51 करोड़ रुपये मिले। दो वित्तीय वर्ष 2021-22 और 2022-23 में पंकज मिश्रा के बैंक खातों में बहुत अधिक रुपये जमा किये गये, जो उसके ज्ञात आय के स्रोत से काफी अधिक है।
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Created On :   20 Oct 2022 7:01 PM IST