भाजपा अध्यक्ष के पद पर बने रह सकते हैं जेपी नड्डा, एक बार फिर से पार्टी ने जताया भरोसा

JP Nadda will continue as BJP President, currently no election for the main post in the party
भाजपा अध्यक्ष के पद पर बने रह सकते हैं जेपी नड्डा, एक बार फिर से पार्टी ने जताया भरोसा
नड्डा का कार्यकाल बढ़ा! भाजपा अध्यक्ष के पद पर बने रह सकते हैं जेपी नड्डा, एक बार फिर से पार्टी ने जताया भरोसा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एक ओर कांग्रेस पार्टी में नए अध्यक्ष को लेकर चुनाव की तैयारी चल रही है तो वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी में भी राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो चुकी है। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल 2024 तक बढ़ा दिया जाएगा। नड्डा का कार्यकाल अगले साल 20 जनवरी को समाप्त हो रहा है।

पहले पार्टी में जेपी नड्डा को केवल सात महीनों के लिए कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था। इसके बाद जेपी नड्डा ने 20 जनवरी 2020 को पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला था। इस हिसाब से देखें तो जेपी नड्डा ने पार्टी में बतौर राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर आगामी 20 जनवरी 2023 में तीन साल पूरा करेंगे। हालांकि, कयास लगाए रहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव तक भाजपा की कमान जेपी नड्डा के हाथों में रही रहेगी। वैसे अभी तक पार्टी की ओर से आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। 

आरएसएस के करीबी हैं जेपी नड्डा

जेपी नड्डा छात्र जीवन से ही राजनीति में काफी सक्रिए थे और राजनीति में वो साफ छवि के लिए जाने जाते हैं। इसके अलावा वह आरएसएस के भी बेहद करीबी माने जाते हैं। जेपी नड्डा केंद्र ही नहीं बल्कि 1998 से 2003 तक वह हिमाचल प्रदेश में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। धूमल सरकार में भी उन्होंने 2008 से 2010 तक मंत्रिपद संभाला है। इसके बाद 2012 में वह पहली बार राज्यसभा में सांसद बने थे। फिर मोदी सरकार में जेपी नड्डा ने स्वास्थ्य मंत्रालय का भी पदभार संभाला था। 

2019 लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी में जेपी नड्डा का बढ़ा था कद

भाजपा ने  2019 लोकसभा चुनाव के दौरान जेपी नड्डा को उत्तरप्रदेश की कमान सौंपी थी। उस समय यूपी में सपा और बसपा साथ मिलकर भाजपा को चुनौती दे रही थीं। उस दौरान नड्डा ने यूपी में कई रैलियां और रोड़ शो किया था। हालांकि, जेपी नड्डा की मेहनत रंग लाई और भाजपा ने यूपी में 64 सीटों पर भारी मतों से जीत दर्ज की थी। वहीं सपा, बसपा केवल 15 सीटों पर सिमटकर रह गई। इस प्रचंड जीत के बाद पार्टी में जेपी नड्डा का कद बढ़ा और इसी का परिणाम है कि पार्टी ने एक बार फिर से नड्डा पर भरोसा जताया है और उनके कार्यकाल बढ़ाने पर विचार कर रही है।

ऐसे होता है बीजेपी अध्यक्ष पद का चुनाव

भारतीय जनता पार्टी के संविधान के मुताबिक, पहले प्रदेश के संगठनों का चुनाव होता है, फिर जब आधे राज्यों में चुनाव संपन्न हो जाते हैं तब पार्टी में अध्यक्ष पद का चुनाव करवाया जाता है। बता दें कि पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव एक निर्वाचक मंडल तय करता है। यहीं नहीं इसके आलावा जो नेता अध्यक्ष बनना चाहता है। उसके लिए पार्टी में कम से कम 15 साल पूर्ण रूप से सक्रिय भूमिका में होना अनिवार्य है। फिर निर्वाचक मंडल में कम से कम 20 सदस्यों का समर्थन भी होना अनिवार्य है। इसके बाद पांच राज्यों से प्रस्ताव आनी चाहिए। तब कोई नेता भाजपा पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद संभाल सकता है। 

Created On :   26 Sept 2022 7:03 PM IST

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