क्या स्वप्ना सुरेश के खुलासे से परेशान हो गए हैं पिनराई विजयन?
- शारीरिक भाषा उनकी बेचैनी को छिपा नहीं सकी
डिजिटल डेस्क, तिरुवनंतपुरम। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के खिलाफ सोने की तस्करी मामले की मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश द्वारा किए गए खुलासे ने राज्य में एक बड़ी हलचल मचा दी है।
अगर दो बार कांग्रेस के मुख्यमंत्री रहे ओमान चांडी को सौर घोटाले की आरोपी सरिता नायर द्वारा किए गए खुलासे का खामियाजा भुगतना पड़ा, जिसे वामपंथियों ने राजनीतिक रूप से भुनाया, तो विजयन को भी इसी तरह की प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ सकता है और विरोधियों ने इसके लिए कमर कसनी शुरू कर दी है। स्वप्ना ने मंगलवार को आरोप लगाया कि मुद्रा की तस्करी में विजयन, उनकी पत्नी और उनकी बेटी की भूमिका थी और बड़े बर्तन यूएई के महावाणिज्य दूत के घर से उनके आधिकारिक आवास तक पहुंचते थे, जिसमें धातु जैसे सामान थे।
विपक्ष - कांग्रेस और भाजपा - उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं और उनके खिलाफ कई विरोध प्रदर्शनों की घोषणा की है। हालांकि, माकपा सहित पूरे वाम सहयोगियों ने विजयन का जोरदार समर्थन किया है और बयानों के साथ सामने आए हैं कि इन सभी आरोपों को उन लोगों ने खारिज कर दिया है, जिन्होंने उन्हें अप्रैल 2021 के विधानसभा चुनावों में अपने दूसरे कार्यकाल के लिए शानदार जीत दिलाई थी। लेकिन, उनके रास्ते में आए तमाम समर्थन के बावजूद, विजयन परेशान दिखाई दिये। जब वे राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा आयोजित एक समारोह में शामिल होने आए तो उनकी शारीरिक भाषा उनकी बेचैनी को छिपा नहीं सकी और कुछ पुरस्कार देकर वे वहां से चले गए।
इस बीच, पुलिस ने स्वप्ना सुरेश के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और सात बार के पूर्व विधायक पी सी जॉर्ज पर बेबुनियाद आरोप लगाकर परेशान करने की साजिश का आरोप है। बुधवार को विजिलेंस पुलिस ने स्वप्ना के एक करीबी सहयोगी पीएस सरित को भी गिरफ्तार कर लिया, जो सोने की तस्करी के मामले में भी एक आरोपी है।
विजिलेंस पुलिस उसके घर में घुस गई और उसे जबरदस्ती ले गई। बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया और 16 जून को राज्य के राजधानी कार्यालय में उनके सामने पेश होने को कहा गया। सूत्रों के मुताबिक, गुरुवार को पुलिस साजिश के मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन कर रही है, जिसका नेतृत्व एक शीर्ष अधिकारी करेंगे। टीम एक अन्य मामले की भी जांच करेगी, जहां स्वप्ना सुरेश पर फर्जी प्रमाण पत्र का आरोप लगाया गया है।
लोकप्रिय मीडिया समीक्षक ए. जयशंकर ने कहा कि साजिश के मामले में पुलिस जिस तरह से आगे बढ़ रही है, उसे देखकर मजा आ रहा है, क्योंकि इसमें कोई दम नहीं है। इस बीच, गुरुवार सुबह स्वप्ना सुरेश ने केरल उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और यह कहते हुए अग्रिम जमानत याचिका दायर की कि उसे डर है कि पुलिस उसे साजिश के मामले में गिरफ्तार कर सकती है, जिसे पूर्व राज्य मंत्री और माकपा समर्थित निर्दलीय विधायक के टी जलील द्वारा भी दायर किया गया था।
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Created On :   9 Jun 2022 3:00 PM IST