पंजाब की राजनीति में दे रहा है राष्ट्रपति शासन का न्योता!
- पीएम की सुरक्षा में बड़ी चूक
- चुनावी घोषणाओं के बीच राष्ट्रपति शासन की मांग
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। पंजाब दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में सामने आई लापरवाही या साजिश सूबे में राष्ट्रपति शासन लगवाने का नयोता दे रहा हैं। राजनीतिक गलियारों में इस बात की सुगबुगाहट तेज हो गई हैं। कि पीएम की सुरक्षा में बड़ी चूक हुई हैं। जो वाकई ये सवाल पैदा करती है कि किस सुरक्षा एजेंसी की अनदेखी वजह से ऐसा हुआ। पंजाबी सूबे में कुछ माह बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, सुरक्षा के मद्देनजर पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कई दफा राज्य की कांग्रेस सरकार पर पाकिस्तान कनेक्शन के आरोप लगाए थे। कुछ दिन पहले लुधियाना कोर्ट में हुए ब्लास्ट ने पूरे देश में पंजाब की असुरक्षा को सुर्खियों में ला दिया था। इसके कुछ समय बाद ही पीएम की सुरक्षा में बड़ी भारी चूक और देश के प्रधानमंत्री को हाइवे पर 20 मिनट तक खड़े रहने के बाद बठिंडा एयरपोर्ट पर वापस लौटना प्रदेश की चन्नी सरकार को मुसीबत में डाल सकता हैं। वैसे भी चरणजीत चन्नी कुछ समय पहले ही मुख्यमंत्री बने हुए थे, और कम समय में उनकी परीक्षा विधानसभा चुनावों में होनी थी। लेकिन सीएम चन्नी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने सूबे में पधारे पीएम के स्वागत में न केवल लापरवाही बरती बल्कि पंजाबियों को शर्मसार कर दिया। भले ही प्रांत के कुछ किसान संगठनों ने पीएम के दौरे का विरोध करने का संकेत दिया था। लेकिन पीएम सुरक्षा से खिलावड़ देश हित में सार्थक नहीं माना जा सकता। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते मामले से पैदा हुई तीसरी लहर और चुनाव आयोग की चुनावी तारीखों की घोषणाओं में देरी कहीं ना कहीं राष्ट्रपति शासन की ओर इशारा करते हुए नजर आ रहा हैं। दूसरी तरफ पंजाब बीजेपी की प्रादेशिक टीम भी राज्यपाल से मुलाकात करने की बात कह रही हैं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए इस मुद्दें को शीर्ष कोर्ट में सीजीआई के सामने रखा गया हैं, और राज्य सरकार से घटना की विस्तृत रिपोर्ट और पंजाब सरकार के दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की हैं। आपको बता दें कल भी इस मामले पर सुनवाई होगी
पीएम की सुरक्षा में हुई बड़ी चूक पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने चिंता व्यक्त की। खबरों से मिली जानकारी के मुताबिक इस मुद्दें को लेकर प्रधानमंत्री थोड़ी देर में राष्ट्रपति से मुलाकात भी कर सकते हैं। दोनों माननीय की मुलाकात पंजाब में प्रेसिडेशिंयल रूल लागू करवाने से संबंधित हो सकती हैं, ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं।
ये है पूरा मामला
आपको बता दें कल बुधवार को पीएम मोदी का पंजाब के फिरोजपुर में दौरा था, खराब मौसम के चलते पीएम को सड़क मार्ग से जाना पड़ा, जिसमें हुसैनीवाला से 30 किलोमीटर दूर बीच रास्ते में प्रदर्शनकारी मिल गए जिसके चलते प्रधानमंत्री को करीब 20 मिनट तक पुल पर खड़ा रहना पड़ा। बेहद असुरक्षित क्षेत्र में रूके पीएम की चिंता भले ही कांग्रेस सरकार को न हो, लेकिन देश के लिए एक चिंता का विषय हैं। इस पूरे मामले में सियासत गरमाई हुई है।
बठिंडा एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री ने पंजाब सरकार के अफसरों से कहा, ""अपने मुख्यमंत्री को धन्यवाद कहना कि मैं बठिंडा एयरपोर्ट तक जिंदा लौट पाया। पीएम के इस संदेश के बाद कांग्रेस और बीजेपी में राजनीतिक बयानबाजी होने लगी, बयानबाजी कब राष्ट्रपति रूल की कार्रवाई में बदल जाए ये कहा नहीं जा सकता हैं। लेकिन पीएम और राष्ट्रपति की मुलाकात इसी की ओर इशारा कर रही हैं।
Created On :   6 Jan 2022 2:47 PM IST