मध्यप्रदेश के दिग्गज नेता का बयान उत्तर भारत में मजबूती के लिए दिग्विजय सिंह हैं जरूरी, राहुल गांधी संभालेंगे देश की कमान
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- दिग्गी v/s थरूर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजस्थान में मचे सियासी घमासान के बीच अब साफ तय हो गया है कि मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने जा रहे है। दिग्विजय सिंह ने आज दिल्ली पहुंचकर कांग्रेस कार्यालय से नामांकन पत्र ले लिया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि कल 30 सितंबर को वो अपना नामांकन पर्चा भरेंगे। अब सवाल ये उठता है कि आखिरकार अचानक कांग्रेस में अध्यक्ष पद के लिए दिग्विजय सिंह के नाम पर सहमति कैसे बनी। इसका जवाब जानने के लिए भास्कर हिंदी संवाददाता ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता फूल सिंह बरैया से बात की।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता बरैया ने बताया कि जिस तरह से भाजपा की मोदी सरकार बाबा साहब के बनाए संविधान को खत्म कर रही है। उसे बचाने के लिए कांग्रेस को सत्ता में आना होगा। जो दिग्विजय सिंह जैसे सर्वव्यापी नेता के अध्यक्ष बनने से संभव हो सकेगा, क्योंकि बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस को उत्तर भारत के हिंदी बेल्ट में मजबूत होना होगा। कांग्रेस के काऊ रीजन में जीतना ही सत्ता में पहुंचने का रास्ता है। कांग्रेस कुछ सालों से इसी क्षेत्र में कमजोर हुई है। बरैया ने कहा कि पहले राजस्थान सीएम अशोक गहलोत का नाम प्रमुखता से चल रहा था, लेकिन राजस्थान में सियासी घटनाक्रम के चलते पार्टी ने बदलाव करते हुए किसी अन्य चेहरे पर विचार किया। मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम व प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस अगले साल होने जा रहे राज्य विधानसभा चुनाव में भाजपा को मात देने की तैयारी में हैं। कमलनाथ की अगुवाई में राज्य में कांग्रेस को एक नई ऊंचाई नई कामयाबी मिलेगी।
कांग्रेस को दिग्गी की जरूरत
बरैया ने आगे बताया कि अभी हाल ही में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की सफलता को देखते हुए राष्ट्रीय स्वयं सेवक प्रमुख मोहन भागवत को मस्जिद जाना पड़ा। भारत जोड़ो यात्रा के मार्गदर्शक दिग्विजय सिंह ही है, राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही भारत जोड़ो यात्रा को ऐतिहासिक सफलता मिल रही है, जिससे विरोधी दल भाजपा घबराया हुआ है। अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस को दिग्विजय सिंह की जरूरत पर बरैया ने बताया कि वर्तमान समय में दिग्विजय सिंह एक ऐसे नेता है जिन्हें देश का हर नागरिक जानता है, साथ ही भाजपा और आरएसएस का कड़ा विरोध दिग्विजय सिंह जैसा नेता ही कर सकता है। कभी कभी तो सिंह से बीजेपी घबरायी हुई दिखती है। दिग्विजय सिंह ही नॉर्थ रीजन में कमजोर हुई कांग्रेस को मजबूती दिला सकते है। बरैया ने आगे कहा कि दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस सत्ता में आएगी, और प्रधानमंत्री राहुल गांधी बनेंगे। तभी संविधान बचेगा और संविधान बचेगा तो देश बचेगा।
दिग्गी v/s थरूर
नामांकन भरने को लेकर कांग्रेस सांसद शशि थरूर पहले ही कह चुके हैं कि वो 30 सितंबर को नामांकन दर्ज करेंगे। वहीं आज दिग्विजय सिंह ने भी कल फॉर्म भरने की बात कही है। कल ही अंतिम तारीख। शशि थरूर दक्षिण भारत से आते है, दिग्विजय सिंह उत्तर भारत से। ऐसे में दोनों नेताओं का चुनाव कहीं उत्तर भारत और दक्षिण भारत की लड़ाई न बन जाए। वैसे भी कई मौके पर दोनों ही इलाकों में गर्व को लेकर मामले देखने को मिले है। दिग्गज नेता बरैया ने इस सवाल का जवाब देते हुए बताया कि कांग्रेस दक्षिण भारत में पहले से ही मजबूत स्थिति में है। जिसकी झलक भारत जोड़ो यात्रा में देखने को मिल रही है, राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही भारत जोड़ो यात्रा की सफलता ने भाजपा को चिंता में डाल दिया है। कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि कांग्रेस उत्तर भारत में कमजोर है, यहां पार्टी को मजबूत करने के लिए दिग्विजय सिंह जैसे अनुभवी व्यक्ति की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा कि हम मीडिया के माध्यम और व्यक्तिगत तौर पर शशि थरूर से निवेदन करेंगे की पार्टी संगठन को मजबूत करने और जीत दिलाने के लिए वे दिग्विजय सिंह का समर्थन करें, जिससे दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में संगठन और मंजबूत होकर चुनाव लड़ेगा, और जीत मिलेगी जिससे राहुल गांधी देश के पीएम बनेंगे तभी बाबा साहब के बनाए संविधान की रक्षा हो सकेंगी। और देश बचेगा।
Created On :   29 Sept 2022 4:38 PM IST