हामिद अंसारी के पास कोई गोपनीय जानकारी है तो सरकार के साथ करें साझा

If Hamid Ansari has any confidential information then share it with the government
हामिद अंसारी के पास कोई गोपनीय जानकारी है तो सरकार के साथ करें साझा
भाजपा हामिद अंसारी के पास कोई गोपनीय जानकारी है तो सरकार के साथ करें साझा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भाजपा ने एक बार फिर से आईएसआई एजेंट के मामले में पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी पर सवाल उठाते हुए कहा है कि देश के संवैधानिक पद पर रहे व्यक्ति का पूरा सम्मान है लेकिन भारत का हित सर्वोपरि है उससे ऊपर कोई नहीं है।

भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने पार्टी मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर पूर्व उपराष्ट्रपति के पास इस मामले को लेकर कोई गोपनीय जानकारी है तो उन्हें सरकार के साथ साझा करना चाहिए।

भाटिया ने कहा कि , दो दिन पहले नुसरत मिर्जा मामले को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पार्टी और हामिद अंसारी से कुछ सवाल पूछे थे लेकिन हामिद अंसारी ने सारा ठीकरा तत्कालीन कांग्रेस सरकार पर फोड़ते हुए जवाब दिया कि उपराष्ट्रपति के कार्यक्रम में जो गेस्ट बुलाए जाते हैं वो सरकार की सलाह से बुलाए जाते हैं।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ मोदी सरकार की मजबूत लड़ाई में सबसे कमजोर कड़ी विपक्ष और कांग्रेस पार्टी है। उन्होंने कई कार्यक्रमों और पाकिस्तानी जासूस के भारत के कई शहरों में जाने, एक विश्वविद्यालय का दौरा करने और एक विशेष कार्यक्रम में उस व्यक्ति को नहीं बुलाए जाने का जिक्र करते हुए कटाक्ष किया कि आतंकवाद से कैसे लड़ना है, यह कांग्रेस पार्टी आईएसआई के एजेंट से सीख रही थी। पूर्व उपराष्ट्रपति पर आरोप लगाते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि 2010 में तत्कालीन उपराष्ट्रपति के ऑफिस से फोन कर आयोजकों को नुसरत मिर्जा को आमंत्रित करने के लिए कहा गया था।

उन्होंने हामिद अंसारी पर गलत जवाब देने का आरोप लगाते हुए कहा कि संवैधानिक पदों पर बैठे व्यक्ति की जिम्मेदारी भी बड़ी होती है, अगर वो चाहते तो इस कार्यक्रम में जाने से मना कर सकते थे या नुसरत मिर्जा को उस कार्यक्रम में नहीं बुलाने का दवाब डाल सकते थे।

भाटिया ने आतंकवाद के विषय पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस की एक तस्वीर को दिखाते हुए ( जिसमें तत्कालीन उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और नुसरत मिर्जा बैठे हैं) एक बार फिर से हामिद अंसारी और कांग्रेस के साथ-साथ सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए जवाब मांगा है।

उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ कांग्रेस के रवैये पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुंबई पर हुए आतंकी हमले के दौरान तत्कालीन गृह मंत्री शिवराज पाटिल बंद गले का सूट बदल रहे थे, राहुल गांधी पार्टी कर रहे थे और उसके एक साल के भीतर ही पाकिस्तानी एजेंट को इस तरह के कॉन्फ्रेंस में बुलाकर देश की अखण्डता को नुकसान पहुंचाया जा रहा था।

 

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Created On :   15 July 2022 2:00 PM IST

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