कांग्रेस ने सावरकर के विचारों को समझा होता तो देश का दुर्भाग्यपूर्ण विभाजन न होता - सीएम योगी आदित्यनाथ
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरूवार को एक कार्यक्रम में वीर सावरकर के विचारों पर अपनी बात रखते हुए कहा कि प्रत्येक नागरिक को नागरिक की तरह ही देखना चाहिए न की अल्पसंख्यक-बहुसंख्यक के तौर पर। उन्होंने समान नागरिक संहिता की भी वकालत की थी।उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों से लाऊडस्पीकर हटाए जाने के कारण सभी लोगों ने राहत की सांस ली है। हमने उत्तरप्रदेश में यह लागू कर दिया है कि अब यहां सड़क पर न तो नमाज पढी जायेगी न ही को पूजा की जायेगी। क्योंकि सड़क केवस आवागमन के लिए बनी है।
दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में एक पुस्तक के विमोचन के अवसर पर बोल रहे थे। सीएम ने इस दौरान कांग्रेस को जमकर घेरते हुए कहा कि कांग्रेस ने वीरसावरकर,डॉ.अंबेडकर और सुभाष चंद्र बोस जैसे महान राष्ट्रनायकों को अपमानित किया है। योगी ने कहा कि सावरकर के राष्ट्रवाद को लेकर विचार एकदम स्पष्ठ थे, को कांग्रेस भला कैसे उसे स्वीकार कर पाती। सावरकर 20 वीं सदी के महानायक थे। उनके जैसा क्रांतिकारी लेखक और कवि कोई था ही नहीं। वह एकलौते ही व्यक्ति थे जिन्हें एक ही जन्म में दो-दो आजीवन कारावास सजा मिली। मगर इसके बाद भी देश के आजाद होने के बाद उनको उचित सम्मान नहीं दिया गया।
योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि सावरकर का विचार अगर प्रभावी होता तो देश का दुर्भाग्यपूर्ण विभाजन भी नहीं होता। यहीं नहीं योगी ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने जब पोर्ट ब्लेयर की सेलुलर जेल में वीरसावरकर के नाम की एक स्मृतिका लगवायी गई थी। जिसे कांग्रेस सरकार ने हटवाकर सावरकर को अपमानित करने का काम किया है। आगे उन्होंने कहा कि इस पुस्तक के माध्यम से अब प्रदेश के सभी शैक्षणिक संस्थानों में वीर सावरकर के विचार पहुंचेंगे।
Created On :   29 May 2022 12:56 AM IST