राजभर के साथ हाथ मिलाने पर अखिलेश को पूर्वांचल की सीटों पर कितना होगा फायदा?
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे राजनीतिक दल जातीय गणित साधने में जुट गए हैं और बड़ी पार्टियां अब छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में उतरने की कोशिश में जुट गई हैं। कुछ दिन पहले जहां बीजेपी ने निषाद पार्टी के साथ गठबंधन का ऐलान कर दिया वहीं बुधवार को समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव व सुहेलदेव भारतीय समाज पार्ट्री के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के बीच हुई मुलाकात के बाद ये तय माना जा रहा कि दोनों ही पार्ट्रियां आगामी यूपी विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ेंगी। हालांकि अभी औपचारिक एलान नहीं हुआ है।
आपको बता दें कि पूर्वांचल की करीब 146 सीटों पर जहां राजभर वोट बैंक और पिछड़ा वोट बैंक काफी संख्या में है वहां समाजवादी पार्टी को फायदा हो सकता है। दरअसल, ओम प्रकाश राजभर ने अपना जो भागीदारी संकल्प मोर्चा बनाया था। उसमें ओबीसी के अंतर्गत आने वाली अलग-अलग जातियों के नेता शामिल हैं। कुम्हार, बिंद, कुशवाहा, बंजारा,पटेल जैसी तमाम उपजातियां भागीदारी संकल्प मोर्चा में शामिल हैं। इसके अलावा 146 सीटों पर जहां ओबीसी वोट बैंक अच्छी संख्या में है। वहीं हर सीट पर मुस्लिम वोट बैंक 8 से 9 फीसदी के आसपास है। मुस्लिम वोट तो अखिलेश का पक्का माना जाता है लेकिन ओवैसी के आ जाने से कटौती की प्रबल संभावना है। हालांकि राजभर के साथ अखिलेश को चुनावी मैंदान में उतरने पर पूर्वांचल की सीटों पर फायदा मिल सकता है।
राजभर पार्टी के 19वां स्थापना दिवस पर करेंगे महापंचायत
गौरतलब है कि सुहेलदेव समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर 27 अक्टूबर को पार्टी के 19 वें स्थापना दिवस पर महापंचायत का आयोजन कर रहे हैं। बता दें कि इस स्थापना दिवस पर मऊ के हलधरमऊ में महापंचायत का आयोजन होगा तथा इस महापंचायत का नाम वंचित दलित अल्पसंख्यक पिछड़ा महापंचायत दिया गया है। इस महापंचायत में अखिलेश यादव के साथ अन्य सहयोगियों को भी आमंत्रित किया गया हैं। खबर ये भी है कि इनके लिए एक विशेष हेलीकाप्टर को भी बुक कराया गया है। माना जा रहा है कि अखिलेश यहीं से सुभासपा के साथ गठबंधन का औपचारिक एलान करेंगे। हालांकि इस सभी चीजों को देखते हुए बीजेपी का अगल कदम क्या होगा? ये देखना अपनेआप में काफी दिलचस्प होगा।
Created On :   21 Oct 2021 5:52 PM IST