गुजरात चुनाव : बीमार पुरुषोत्तम सोलंकी पर भाजपा को जीत का भरोसा, जानें क्यों?

Gujarat elections: BJP confident of victory on ailing Purushottam Solanki, know why?
गुजरात चुनाव : बीमार पुरुषोत्तम सोलंकी पर भाजपा को जीत का भरोसा, जानें क्यों?
गुजरातल विधानसभा चुनाव- 2022 गुजरात चुनाव : बीमार पुरुषोत्तम सोलंकी पर भाजपा को जीत का भरोसा, जानें क्यों?

डिजिटल डेस्क, भावनगर। गुजरात के पूर्व मंत्री पुरुषोत्तम सोलंकी के लंबे समय से बीमार रहने के बावजूद भाजपा ने उन्हें टिकट दिया। सोलंकी भावनगर जिले के एक प्रमुख कोली नेता हैं, और 34 विधानसभा सीटों पर कोली समुदाय का प्रभुत्व है, जो राज्य की आबादी का एक तिहाई है। उन्होंने लगातार पांच बार विधानसभा चुनाव जीता।

भाजपा ने पहली बार 1998 के विधानसभा चुनाव में घोघा सीट से सोलंकी को मैदान में उतारा। वे इस सीट पर तीन बार निर्वाचित हुए। उन्होंने दो बार भावनगर ग्रामीण सीट जीती और इस बार उन्हें भावनगर ग्रामीण से मैदान में उतारा गया है। वरिष्ठ पत्रकार नितिन सोनी ने कहा, भाजपा को पहली बार 1996 में सोलंकी की ताकत का एहसास हुआ, जब उन्होंने निर्दलीय के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ा और भाजपा उम्मीदवार राजेंद्रसिंह राणा से 7,000 मतों से चुनाव हार गए। राजेंद्रसिंह राणा तत्कालीन राज्य भाजपा प्रमुख थे, जिन्होंने 1997 में सोलंकी को भगवा पार्टी में शामिल होने के लिए राजी किया था।

सोनी ने कहा, सोलंकी भावनगर और तटीय क्षेत्र में कोली समुदाय के मसीहा बन गए। वह दिन-रात समुदाय के लिए काम करते हैं। जिसके चलते वह भाजपा के लिए स्टार प्रचारक बन गए। भाजपा भावनगर के जिलाध्यक्ष मुकेश लंगालिया ने आईएएनएस को बताया, कोली समुदाय के दिलों पर राज करने के कारण उन्हें फिर से नामांकित किया गया है। लेकिन, उन्हें मैदान में उतारना कोई मजबूरी नहीं थी, क्योंकि पार्टी में पाटीदार समुदाय के नेता और सांसद भारतीबेन शियाल जैसे कोली नेता भी हैं।

सोमवार को नामांकन दाखिल करने के बाद सोलंकी ने मीडिया से कहा कि वह शारीरिक रूप से फिट नहीं हैं, लेकिन पार्टी के लिए जितना हो सकेगा प्रचार करेंगे। सोलंकी ने कहा कि उन्हें चुनाव जीतने का पूरा भरोसा है। उनके खिलाफ मुंबई में हत्या के प्रयास और दंगे सहित आठ आपराधिक मामले दर्ज थे, जिन्हें रद्द कर दिया गया है।

(आईएएनएस)

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Created On :   15 Nov 2022 9:30 AM GMT

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