बंगाल विधानसभा को राजनीतिक मंच बनाने की कोशिश कर रहे राज्यपाल
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी के बीच गुरुवार को फिर से विवाद हो गया, जिसमें उन्होंने गुरुवार को विधानसभा परिसर को अपने राजनीतिक मंच के रूप में इस्तेमाल करने की कोशिश करने का आरोप लगाया। बनर्जी ने गुरुवार को मीडियाकर्मियों से कहा, राज्यपाल को अपनी संवैधानिक सीमाएं पता होनी चाहिए। उन्हें राज्यपाल के सदन से कुछ भी कहने की स्वतंत्रता है, लेकिन वह अपनी शिकायतों को व्यक्त करने के लिए विधानसभा परिसर का उपयोग मंच के रूप में नहीं कर सकते।
वह 14 अप्रैल की एक घटना का जिक्र कर रहे थे, जब बी.आर. अंबेडकर जयंती पर धनखड़ ने विधानसभा में राज्य सरकार की आलोचना करते हुए मीडिया से बातचीत शुरू की। उन्होंने पश्चिम बंगाल को लोकतंत्र के लिए गैस चैंबर के रूप में वर्णित किया। हालांकि अध्यक्ष ने हल्के ढंग से विरोध करने और उन्हें याद दिलाने की कोशिश की कि विधानसभा परिसर इस तरह की बातचीत के लिए आदर्श मंच नहीं था, राज्यपाल ने उनकी उपेक्षा की और अपने शब्दों से राज्य सरकार पर गोलियां चलाना जारी रखा।
बनर्जी ने सोमवार को धनखड़ पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, राज्यपाल को पता होना चाहिए कि उन्हें बोलते समय कहां रुकना है। भारत का संविधान राज्यपाल, मुख्यमंत्री और अध्यक्ष के लिए अलग-अलग कर्तव्यों का निर्धारण करता है। जिस तरह से वह विधानसभा परिसर के भीतर से राज्य सरकार पर हमला कर रहे हैं, इससे सदन की पवित्रता को चोट पहुंच रही है। खबर लिखे जाने तक इस मुद्दे पर राज्यपाल की ओर से कोई जवाब नहीं आया था।
(आईएएनएस)
Created On :   18 April 2022 10:30 PM IST