फोर्ट फेडरेशन महाराष्ट्र की विरासत को संरक्षित कर रहा है: छत्रपति संभाजी राजे
- आईएचएचए की भागीदारी
डिजिटल डेस्क, जयपुर। इंडियन हेरिटेज होटल्स एसोसिएशन (आईएचएचए) राजस्थान में किलों और हवेलियों के संरक्षण और जीर्णोद्धार में अपने काम के कारण अन्य राज्यों के लिए एक आदर्श माना जाता है। इसी तरह, पश्चिमी राज्य की विरासत और इतिहास को संरक्षित करने के लिए महाराष्ट्र में एक फोर्ट फेडरेशन भी बनाया गया है।
महासंघ के पास अपने स्वयं के फंड हैं और वह महाराष्ट्र के ऐतिहासिक किलों को बहाल करने और संरक्षित करने में एक हितधारक के रूप में आईएचएचए की भागीदारी चाहता है। यह बात छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज छत्रपति संभाजी राजे ने आईएचएचए के नौवें वार्षिक सम्मेलन के दूसरे दिन कही, जहां वे विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे।
सम्मेलन का आयोजन बिशनगढ़ के अलीला किले में भारतीय विरासत के संरक्षण और रक्षा के लिए आईएचएचए का पुनर्जन्म विषय पर किया गया था। संभाजी राजे ने कहा कि महाराष्ट्र से ज्यादा राजस्थान को एक बड़ा फायदा यह है कि यहां के अधिकांश किले निजी स्वामित्व में हैं। इस प्रकार, ऐसी साइटों पर मरम्मत कार्य करना आसान हो जाता है। संभाजी राजे ने शिवाजी महाराज की राजधानी किले को बहाल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और महाराष्ट्र में ऐसे और किलों के संरक्षण की दिशा में भी काम कर रहे हैं।
कई अन्य दिलचस्प पैनल चचार्एं, इंटरैक्टिव सत्र और प्रस्तुतियां सम्मेलन के समापन दिन में आयोजित की गईं। उत्तराखंड और मध्य प्रदेश राज्यों में हेरिटेज होटल व्यवसायियों के लिए निवेश के अवसरों और प्रोत्साहनों पर भी चर्चा की गई। उत्तराखंड सरकार की ओर से रविशंकर (आईएएस) ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य में की गई प्रमुख पहलों पर प्रकाश डाला। इनमें रेलवे कनेक्टिविटी, हेलीकॉप्टर कनेक्टिविटी, एयर एम्बुलेंस आदि शामिल हैं। उन्होंने पांच सितारा होटल, तीर्थ यात्रा आदि के विकास के संदर्भ में निवेश के अवसरों पर भी प्रकाश डाला। इसी प्रकार, मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड के संयुक्त निदेशक सुरेश झरिया ने मध्य प्रदेश में निवेश के अवसरों को साझा करते हुए राज्य की पर्यटन नीति की विस्तृत जानकारी दी।
आईएएनएस
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Created On :   23 Sept 2022 10:30 PM IST