सांप्रदायिक हिंसा के फर्जी वीडियो वायरल, पश्चिम बंगाल हाई अलर्ट पर

Fake video of communal violence goes viral, West Bengal on high alert
सांप्रदायिक हिंसा के फर्जी वीडियो वायरल, पश्चिम बंगाल हाई अलर्ट पर
पश्चिम बंगाल सांप्रदायिक हिंसा के फर्जी वीडियो वायरल, पश्चिम बंगाल हाई अलर्ट पर

डिजिटल डेस्क, कोलकाता। बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के दौरान हिंदुओं पर हमले के बाद सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के मकसद से बनाए गए फर्जी वीडियो के वायरल होने के बाद पश्चिम बंगाल के गृह विभाग ने सभी जिलों, खासकर बांग्लादेश की सीमा से लगे इलाकों को हाई अलर्ट पर रखा है। बांग्लादेश का एक वीडियो, जो बंगाल में वायरल हो रहा है, जिसकी टैगलाइन है कैसे एक हिंदू महागठबंधन कार्यकर्ता जतन साहा की नोआखाली के एक मंदिर में हत्या कर दी गई।

बोंगांव जिले में पार्टी के महासचिव देबदास मंडल जैसे भाजपा के कई नेताओं ने मंगलवार को मृतक के लिए न्याय की मांग करते हुए वीडियो साझा किया। बांग्लादेश के गृहमंत्री असदुज्जमां खान ने मंगलवार को कहा कि निहित स्वार्थो वाला एक समूह सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के लिए सोशल मीडिया पर फर्जी वीडियो प्रसारित कर रहा है। खान ने वीडियो का हवाला देते हुए बताया कि वह जिस 30 सेकंड की क्लिप का जिक्र कर रहे थे, वह 16 मई को ढाका के पल्लबी इलाके में एक संपत्ति विवाद को लेकर हुई घटना की थी।

खान ने आरएबी (रैपिड एक्शन बटालियन) का तकनीकी आधुनिकीकरण नामक एक कार्यक्रम में कहा, निहित स्वार्थो वाला एक समूह इसे प्रसारित कर रहा है। इसे नोआखाली में जतन कुमार साहा की हत्या का फुटेज बता रहा है, जो हाल ही में हुई झड़पों में मारे गए थे। यह सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के इरादे से किया जा रहा है। हम इस तरह के कार्यो की निंदा करते हैं। राज्य के गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अधिकारियों को सभी सोशल मीडिया पोस्ट पर नजर रखने के लिए कहा गया है, क्योंकि ऐसी आशंका है कि कुछ लोग बंगाल में परेशानी पैदा करने के लिए बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले का इस्तेमाल करने की कोशिश कर सकते हैं।

उन्होंने कहा, सभी इकाइयों को निर्देश दिए जा रहे हैं कि वे जो वीडियो फॉरवर्ड कर रहे हैं, उन पर कड़ी निगरानी रखें। यहां तक कि सांप्रदायिक प्रस्ताव के छोटे मामलों को भी उच्चतम स्तर पर तुरंत रिपोर्ट करें। अधिकारी ने कहा, नफरत, झूठ या अफवाह फैलाने वाली किसी भी पोस्ट से सख्ती से निपटा जाना चाहिए, क्योंकि कुछ समूहों और व्यक्तियों ने सोशल मीडिया में सांप्रदायिक नफरत फैलाने और कानून व्यवस्था के मुद्दे पैदा करने के लिए एक ठोस प्रयास शुरू किया है।

बांग्लादेश में सांप्रदायिक अशांति को देखते हुए खुफिया विभाग ने पहले ही राज्य के सभी एसपी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को अलर्ट रहने के लिए एक संदेश भेजा है। डीजी, एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) और सभी एसपी और कमिश्नरों को भेजे गए विस्तृत अलर्ट में, अतिरिक्त महानिदेशक (खुफिया शाखा) ने कहा, मिले इनपुट से पता चलता है कि हिंदू मंदिरों, दुर्गा पूजा पंडालों में तोड़फोड़ और आगजनी की कुछ घटनाएं हुई हैं। कथित तौर पर जुम्मा नमाज पूरी होने के बाद बांग्लादेश के नोआखाली जिले और चटगांव जिले में हो रहे हैं। नोआखाली में इस्कॉन मंदिर को भी तोड़ दिया गया है।

13 अक्टूबर से, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पंडालों में तोड़फोड़ की पोस्टों की बाढ़ आ गई है। अलर्ट में कहा गया है कि भारत- बांग्लादेश सीमा से लगे जिले अति संवेदनशील हो गए हैं और भारत में विभिन्न हिंदू कट्टरपंथी संगठनों के नेता सक्रिय हो गए हैं। वे प्रेस बयान जारी कर रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बांग्लादेश के सनातनी लोगों को तत्काल राहत के लिए कदम उठाने का आग्रह कर रहे हैं।

(आईएएनएस)

Created On :   20 Oct 2021 10:00 PM IST

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