ईडी केवल यह दिखाना चाहती थी कि पीएमएलए मामले में मुझसे पूछताछ की जा रही है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से जम्मू-कश्मीर बैंक द्वारा ऋण स्वीकृत करने में कथित अनियमितताओं से संबंधित धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) मामले में गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने लगभग पांच घंटे तक पूछताछ की। वह सुबह करीब 11 बजे ईडी कार्यालय पहुंचे और शाम चार बजे तक उनसे पूछताछ जारी रही।
बाद में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, उन्होंने ईडी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें महज यह दिखाने के लिए बुलाया गया था, कि उनसे एक घोटाले के संबंध में पूछताछ की जा रही है। अब्दुल्ला ने कहा, यह एक चल रही जांच है, जो लगभग 12 या 13 साल पुरानी है। ईडी इस मामले की जांच कर रही है और उसने मुझे पूछताछ के लिए बुलाया था। मैं यह नहीं बताऊंगा कि वास्तविक घोटाला क्या है। आप ईडी से ही पूछें।
अब्दुल्ला ने कहा कि जांच एजेंसी द्वारा उनके खिलाफ कोई आरोप नहीं लगाया गया है। उन्होंने कहा, मीडिया को यहां बुलाने का मकसद सिर्फ यह संदेश देना था कि एक घोटाले के सिलसिले में उमर अब्दुल्ला से पूछताछ की जा रही है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता ने कहा कि उन्होंने सभी सवालों के जवाब दिए और वह भविष्य में भी जांच में शामिल होने के लिए तैयार हैं।
ईडी का मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के मामले पर आधारित है, जिसमें जम्मू-कश्मीर बैंक के तत्कालीन अध्यक्ष मुश्ताक अहमद शेख और अन्य को आरोपी बनाया गया है। यह आरोप लगाया गया है कि 2010 में, जम्मू और कश्मीर बैंक के प्रबंधन ने मुंबई के बांद्रा कुर्ला में आकृति गोल्ड बिल्डर्स से कथित तौर पर 180 करोड़ रुपये की अत्यधिक कीमत पर एक संपत्ति खरीदी थी। सीबीआई ने कहा था कि यह आरोपी द्वारा एक सुनियोजित साजिश थी। इस मामले में 2021 में मामला दर्ज किया था।
(आईएएनएस)
Created On :   7 April 2022 4:00 PM GMT