बैंसला के अस्थि विसर्जन के दौरान लोगों ने लगाए सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे

During the bone immersion of Bainsla, people raised slogans of Sachin Pilot Zindabad
बैंसला के अस्थि विसर्जन के दौरान लोगों ने लगाए सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे
राजस्थान बैंसला के अस्थि विसर्जन के दौरान लोगों ने लगाए सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे
हाईलाइट
  • पायलट के पक्ष में नारेबाजी

डिजिटल डेस्क, जयपुर। गुर्जर आरक्षण आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाले कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की अस्थियां सोमवार शाम करीब 4 बजे पुष्कर के पवित्र जल में विसर्जित की गईं।

इससे पहले, पुष्कर के मेला ग्राउंड में एक एमबीसी समाज (गुर्जर, रेबारी, रायका, देवासी, गडरिया, बंजारा, गदरी, गयारी, गडोलिया लुहार सहित सबसे पिछड़ा वर्ग) की बैठक आयोजित की गई थी। खेल राज्य मंत्री अशोक चंदना जैसे ही भाषण देने पहुंचे लोगों ने जूते व अन्य सामान फेंक कर विरोध करना शुरू कर दिया। समर्थकों ने सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए।

गुर्जर भवन में स्थापित कर्नल बैंसला की प्रतिमा का सोमवार को अनावरण किया गया। इसके बाद सुबह करीब 10 बजे बैठक शुरू हुई। इस दौरान कर्नल बैंसला के योगदान को याद किया गया। गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष विजय बैंसला व अन्य ने बैठक स्थल पर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। सभा स्थल पर पुष्पवर्षा की गई।

कार्यक्रम में शुरू से ही सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे लगाए गए। उद्योग मंत्री शकुंतला रावत के भाषण देने के बाद विरोध शुरू हो गया। उन्होंने कर्नल बैंसला के नाम पर करौली में एक कॉलेज खोलने की घोषणा की, लेकिन लोगों ने उन्हें भाषण जारी रखने की अनुमति नहीं दी और उन्होंने सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे लगाए। हालांकि रावत भाषण देने में कामयाब रहे।

इसके बाद खेल राज्य मंत्री अशोक चंदना बोलने आए। समर्थकों ने जूते व अन्य सामान फेंक कर हंगामा किया। वे फिर से पायलट के पक्ष में नारे लगाने लगे। पुलिस और अन्य लोगों ने उन्हें शांत किया लेकिन चंदना को भाषण बीच में ही छोड़ना पड़ा।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, अजमेर सांसद भगीरथ चौधरी, सीएम अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत, आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह राठौड़, भाजपा ओबीसी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश भड़ाना, विधायक वासुदेव देवनानी कार्यक्रम में मौजूद थे। पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट समारोह में शामिल नहीं हो पाए। सतीश पूनिया मंच पर पहुंचे तो पायलट के पक्ष में नारे लगे।

कर्नल बैंसला की अस्थियां 25 दिन में 75 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरने के बाद शनिवार रात तीर्थ नगरी पुष्कर पहुंचीं। जहां गुर्जर समुदाय पायलट को अपना नेता मानता है, वहीं गहलोत ने अपने खेमे के दो नेताओं अशोक चंदा और शकुंतला रावत को कैबिनेट रैंक दिया, जो पूर्वी राजस्थान से आते हैं। हालांकि, सोमवार को समाज ने सामुदायिक समारोह में दोनों को खारिज करते हुए पायलट के पक्ष में नारेबाजी की।

 

आईएएनएस

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Created On :   12 Sept 2022 7:00 PM IST

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