आरएसएस के मंथन शिविर में कश्मीर के विस्थापित हिन्दुओं की वापसी पर हुई चर्चा
- 2025 में संघ की स्थापना के सौ वर्ष पूर्ण
डिजिटल डेस्क, रायवाला। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की रायवाला में गंगा किनारे स्थित एक आश्रम में चल रही अखिल भारतीय स्तर के चिंतन बैठक में विभिन्न विषयों पर मंथन जारी है। बैठक के दूसरे दिन बुधवार को संघ के शताब्दी वर्ष के सिलसिले में होने वाले संघ शिक्षा वर्ग समेत अन्य कार्यक्रमों पर विमर्श किया गया। कश्मीर के विस्थापित हिदुओं की घाटी में वापसी के संबंध में भी मंथन हुआ। एक सत्र में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने इस सिलसिले में उद्बोधन दिया। साथ ही प्रतिभागियों से सुझाव आमंत्रित किए।
रायवाला के आरोवैली आश्रम में 11 अप्रैल तक चलने वाली चिंतन बैठक के दूसरे दिन की शुरूआत संघ की शाखा से हुई। इसके बाद सुबह नौ बजे से सत्र प्रारंभ हुए। इस दौरान वर्ष 2025 में संघ की स्थापना के सौ वर्ष पूर्ण होने के मद्देनजर शताब्दी वर्ष के लिए तय कार्यक्रमों पर विमर्श हुआ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों पर रोशनी डाली। बैठक में शताब्दी वर्ष के मद्देनजर देशभर में चलने वाले संघ शिक्षा वर्ग के प्रशिक्षण, शारीरिक कार्यक˜ता व बौद्धिक निर्माण के पाठयक्रम के संबंध में चर्चा की गई।
संघ प्रमुख मोहन भागवत का एक सत्र में संबोधन कश्मीर के विस्थापित हिदुओं की वापसी पर केंद्रित रहा। उन्होंने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद अब वहां के विस्थापित हिदुओं को पुनस्र्थापित करने की पैरवी करते हुए संघ की ओर से तैयार रूपरेखा साझा की। साथ ही इसे और बेहतर ढंग से क्रियान्वित करने के सिलसिले में प्रतिभागियों से सुझाव मांगे। बैठक में अलग-अलग सत्रों में संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने भी प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया। बुधवार को आरोवैली आश्रम के योग भवन के बंद हाल में बैठक के सभी सत्र संघ के प्रांत प्रचारक युद्धवीर की देखरेख में संचालित हुए।
विभिन्न सत्रों में ये पदाधिकारी रहे मौजूद
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल, मनमोहन वैद्य, मुकुंद, अरुण कुमार व रामदत्त चक्रधर, संपर्क प्रमुख रामलाल, भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष, विश्व हिदू परिषद के अध्यक्ष आलोक कुमार,अखिल भारतीय सह बौद्धिक शिक्षा प्रमुख सुनील भाई मेहता, अखिल भारतीय निमंत्रित सदस्य रविद्र जोशी, श्याम कुमार, अखिल भारतीय बौद्धिक शिक्षा प्रमुख स्वांत रंजन, अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य नीलेश सहायक, अतुल जोक, व्ही भागैय्या, सुरेश जोशी, सुरेश सोनी, क्षेत्र संघचालक राजन, जयंती भाई, क्षेत्र प्रचारक दीपक विस्पुते, रामनवमी प्रसाद, कौशल, प्रांत कार्यवाह जयप्रकाश, के रमेश आदि।
(आईएएनएस)
Created On :   7 April 2022 5:00 PM IST