देवेंद्र फडणवीस ने किया खुलासा, बताया इस नेता के कहने पर बने थे डिप्टी सीएम, उद्धव ठाकरे पर बोला हमला
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री पद का शपथ लेते ही सियासी ड्रामा खत्म हो चुका है। शिंदे ने महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत भी हासिल कर ली है। जिससे संवैधानिक संकट खत्म हो चुका है और अगर बीच में कोई बाधा उत्पन्न नहीं होती है तो आगे ढाई साल के लिए महाराष्ट्र के सीएम पद पर बने रहने का रास्ता साफ हो गया है। हालांकि, महाराष्ट्र की सियासत में लोगों के मन में हमेशा यही सवाल उठ रहा है कि बीजेपी ने ऐन मौके पर पार्टी के कद्दावर नेता देवेंद्र फडणवीस को सीएम पद पर क्यों नहीं बैठाया बल्कि डिप्टी सीएम का पद थमा दिया।
अगर ऐसा हुआ फिर डैमेज कंट्रोल कैसे हुआ? ऐसे तमाम मुद्दों पर खुद महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया के सामने अपनी बात रखी और खुलासा किया कि किसके कहने पर डिप्टी सीएम के पद को स्वीकार किया था। दरअसल, डिप्टी सीएम फडणवीस पहली बार अपने गृह नगर नागपुर पहुंचे थे। जहां पर मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि पीएम मोदी के आदेश पर उन्होंने डिप्टी सीएम का पद स्वीकार किया था।
मैंने सोचा था सरकार से बाहर रहकर मदद करूंगा
फडणवीस ने कहा कि उन्होंने यही प्रस्ताव रखा था कि वह सरकार से बाहर रहकर ही उसके संचालन में पूरी तरह से मदद करेंगे लेकिन राज्यपाल को चिट्ठी देने के बाद मीडिया से बात करने के बाद जेपी नड्डा का फोन आया और बाद में गृहमंत्री अमित शाह का ने भी फोन किया। इन सभी ने कहा कि मुझे सरकार में जाना चाहिए और बाहर से संचालन नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी जब पीछे रहकर सरकार को निर्देशित करती थीं तो हम उनकी आलोचना करते थे कि असंवैधानिक तरीके से सरकार चला रही हैं। इसलिए आपका सरकार में रहना जरूरी है।
पीएम मोदी ने कहा सरकार बाहर नहीं रहती
फडणवीस ने कहा कि उनकी पीएम मोदी से बात हुई और उन्होंने कहा कि सरकार कभी बाहर नहीं रहती। सरकार चलानी है तो हमें उसमें शामिल होना है। उन्होंने कहा कि इसके बाद हमने अपने वरिष्ठों के आदेश पर फैसला बदल दिया और डिप्टी सीएम की शपथ ली। फडणवीस ने कहा कि हमारे नेताओं की साफ राय थी कि बिना सरकार में शामिल हुए कैसे सरकार चल जाएगी। कोई असंवैधानिक संस्था के तौर पर सरकार का संचालन नहीं किया जा सकता है। इसलिए सरकार में शामिल होना जरूरी है। फडणवीस ने कहा कि पार्टी के नेताओं का आदेश मुझे मानना था, अगर वह कह देते कि घर चले जाओ तो उस पर भी मैं सहमत हो जाता।
मुझे सत्ता की लालच नहीं है
डिप्टी सीएम फडणवीस ने कहा कि उन्हें पद की लालच नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि हमारे पास 115 विधायक थे, अगर जिद करता तो मुझे सीएम पद मिल जाता। लेकिन हमने सत्ता से बाहर रहने का ही प्रस्ताव तैयार किया और सरकार के संचालन में बाहर से मदद करने का फैसला लिया था। लेकिन वरिष्ठ नेताओं ने मुझे समझाया फिर मुझे अपना फैसला बदलना पड़ा और डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। एकनाथ शिंदे को लेकर फडणवीस ने कहा कि मैंने पहले भी उनके साथ काम किया है, उनके पास अच्छा तजुर्बा है वे महाराष्ट्र के एक सफल मुख्यमंत्री साबित होंगे।
उद्धव ठाकरे पर हमलावर दिखे
डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार के चलाने में मैं सबसे ज्यादा योगदान दूंगा। उन्होंने उद्धव सरकार पर हमला करते हुए कहा कि हम महाराष्ट्र की पटरी से उतरी ट्रेन को फिर से पटरी पर लाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। महाराष्ट्र को देश में नंबर वन बनाने का संकल्प है। उन्होंने कहा कि ढाई साल तक नेता प्रतिपक्ष के तौर पर काम किया और पूरे राज्य का दौरा कर लोगों से मिला तो पता चला कि शिवसेना से लोग काफी नाराज है। उद्धव ठाकरे सरकार पर तंज कसते हुए डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि अब शिंदे सरकार में लोगों को बोलने पर आजादी होगी। किसी की बेवजह गिरफ्तारी नहीं होगी। गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे सरकार में बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत, सांसद नवनीत राणा समेत कई लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई थी।
Created On :   5 July 2022 1:47 PM GMT