भाजपा शासित एमसीडी में भ्रष्टाचार से तंग आ चुके दिल्ली वासी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने गुरुवार को आरोप लगाया कि भाजपा शासित एमसीडी के कुशासन और भ्रष्टाचार के कारण लोग उनसे नाखुश हैं। अपने एमसीडी में बदलाव अभियान के दौरान, अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी ने उन मोचरें की पहचान की, जिन पर लोग भाजपा शासित एमसीडी से नाखुश हैं। पार्टी ने दावा किया कि भ्रष्टाचार मुख्य चिंताओं में से एक के रूप में उभरा है।
आप के एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने बुधवार को कहा, हमने एमसीडी में हो रहे भ्रष्टाचार के बारे में जनता से सवाल किया। हमने संवाद के दौरान पूछा कि क्या वे घर बनाने में सक्षम हुए हैं और अगर हुए हैं तो क्या या उन्हें पार्षद को पैसे देने पड़े? लगभग हर एक व्यक्ति ने कहा कि उन्हें इसके लिए रिश्वत देनी पड़ी। दिल्ली नगर निगम में 2007 से बीजेपी का शासन है।
आम आदमी पार्टी के राज्य संयोजक गोपाल राय ने पहले कहा था कि चूंकि पार्टी नई थी इसलिए 2017 के चुनावों के लिए अपने अभियान के दौरान तैयार नहीं थी, वहीं अब उनका कहना है कि इस बार पार्टी निकाय चुनाव जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। पिछले शनिवार को शुरू किए गए इस अभियान के तहत आप के स्वयंसेवक केंद्र शासित प्रदेश में 3,000 स्थानों पर दिल्लीवासियों तक पहुंच रहे हैं।
यह कहते हुए कि 90-95 प्रतिशत दिल्लीवासियों का दृढ़ विश्वास है कि आम आदमी पार्टी को एक मिलना चाहिए, अब तक अभियान की सफलता के बारे में जानकारी साझा करते हुए उन्होंने कहा, आप के एमसीडी बदलाव अभियान के लिए छह लाख से अधिक लोगों ने साइन अप किया है। पाठक ने आगे कहा, हमारे बदलाव अभियान के एक हिस्से के रूप में, हमारे कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के निवासियों के साथ बातचीत की है, उनसे भाजपा के नेतृत्व वाली एमसीडी के साथ उनकी राय और अनुभव के बारे में पूछा गया है। इसलिए हम दिल्ली के हर एक व्यक्ति से बात करके जमीनी स्तर पर पूरी कवरेज सुनिश्चित कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, उनके क्षेत्रों की सफाई के बारे में पूछताछ करने पर, हमें एक सामान्य उत्तर मिला कि हर जगह कचरा है और पूरा शहर नरक में बदल गया है। सभी ने सहमति व्यक्त की कि भाजपा अपने 15 वर्षों की सत्ता में पूरी तरह से विफल रही है। पाठक ने कहा कि वे सभी सहमत थे कि एमसीडी में भाजपा के शासन ने उनके जीवन को दयनीय बना दिया है। कर्मचारियों को अपने मूल अधिकारों की लड़ाई के लिए वेतन और पेंशन न मिलने के कारण अक्सर हड़तालें होती रहती हैं।
(आईएएनएस)
Created On :   16 Dec 2021 7:01 PM IST