Delhi Election 2020: दिल्ली के चुनावी रण में बोले PM मोदी- भाजपा के लिए देश और देश के लोगों का हित सबसे ऊपर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवारों के लिए सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी प्रचार के मैदान में उतर गए हैं। उन्होंने कड़कड़डूमा के सीबीडी ग्राउंड पर चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा जो कहती करती है, भाजपा के लिए देश का हित, देश के लोगों का हित सबसे ऊपर है। हम संकल्पों को पूरा करने के लिए हम दिन-रात एक कर रहे हैं।
लाइव : पीएम मोदी कड़कड़डूमा, दिल्ली में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए। लाइव सुनें 9345014501 पर। #DelhiWithModi https://t.co/iEsCRypdOl
— BJP (@BJP4India) February 3, 2020
उन्होंने कहा कि दिल्ली सिर्फ एक शहर नहीं हैं, बल्कि ये हमारे हिंदुस्तान की धरोहर है। ये भारत के भिन्न भिन्न रंगो को एक जगह समेटे हुए एक जीवित परंपरा है। ये दिल्ली सबका स्वागत करती है, सत्कार करती है। 8 फरवरी को पड़ने वाला आपका हर वोट सिर्फ सरकार बनाने के लिए नहीं बल्कि इस दशक में दिल्ली के विकास को नई ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए होगा।
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UPDATE:
- बीते कई दिनों से भाजपा और सहयोगी दलों के कई वरिष्ठ नेता, तमाम उम्मीदवार, कार्यकर्ता और यहां के जागरूक नागरिक, आपके बीच आ रहे हैं, अपनी बात रख रहे हैं। दिल्ली के लोगों के मन में क्या है, ये बताने की जरूरत नहीं, ये आज साफ-साफ दिख रहा है।
- लोकसभा चुनाव में दिल्ली के लोगों ने एक-एक वोट से भाजपा की ताकत बढ़ाई। सातों सीटें देकर दिल्ली के लोगों ने बता दिया था कि वो किस दिशा में सोच रहे हैं। देश बदलने में दिल्ली के लोगों ने बहुत मदद की है। अब दिल्ली के लोगों का वोट अपनी दिल्ली को भी बदलेगा।
- दिल्ली सिर्फ एक शहर नहीं हैं, बल्कि ये हमारे हिंदुस्तान की धरोहर है। ये भारत के भिन्न भिन्न रंगो को एक जगह समेटे हुए एक जीवित परंपरा है। ये दिल्ली सबका स्वागत करती है, सत्कार करती है।
- ये चुनाव दिल्ली के इसी गौरव को 21वीं सदी की पहचान और शान देने के संकल्प का है। ये चुनाव एक ऐसे दशक का पहला चुनाव है, जो 21वीं सदी के भारत का और 21वीं सदी में भारत की राजधानी का भविष्य तय करने वाला है।
- 8 फरवरी को पड़ने वाला आपका हर वोट सिर्फ सरकार बनाने के लिए नहीं बल्कि इस दशक में दिल्ली के विकास को नई ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए होगा।
- भारतीय जनता पार्टी, जो अपने हर संकल्प को पूरा करती है, जो कहती है, वो करती है। भाजपा, जिसके लिए देश का हित, देश के लोगों का हित सबसे ऊपर है। भाजपा, जो नेगेटिविटी में नहीं बल्कि पॉजीटिविटी में भरोसा रखती है।
- दिल्ली के 40 लाख से अधिक लोगों, जिसमें बड़ी संख्या में पूर्वी और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के लोग हैं, उन्हें उनके जीवन की सबसे बड़ी चिंता से हमारी सरकार ने मुक्त किया है।
- जिन लोगों ने सोचा नहीं था कि वो अपने जीवन में कभी अपने घर की रजिस्ट्री करा सकेंगे, अब वो अपने घर का सपना सच होते हुए देख रहे हैं।
- दिल्ली भाजपा ने संकल्प लिया है और अपने घोषणापत्र में कहा है कि इन कॉलोनियों के तेज विकास के लिए डेवलपमेंट बोर्ड बनाया जाएगा। जहां झुग्गी, वहां पक्का घर भी बनेगा। झुग्गी में रहने वाले परिवारों को पक्का घर देने के लिए तेजी से काम किया जाएगा।
- पिछले 5 साल में इतना सारा काम देश में हुआ, गरीबों को रहने के लिए घर मिले, लेकिन दिल्ली की सरकार यहां के गरीबों को रहने के लिए घर नहीं देना चाहती। पीएम आवास योजना यहां की सरकार की वजह से लागू नहीं हो पाई है।
- 5 साल में 2 करोड़ घर केंद्र सरकार ने गरीबों के लिए देशभर में बनाए। इसमें से एक भी घर दिल्ली सरकार की वजह से यहां नहीं बन पाया।
- जब तक ये लोग बैठे रहेंगे, तब तक ये दिल्ली के लोगों की भलाई के कामों में रोड़े अटकाते ही रहेंगे, रुकावट डालते रहेंगे। क्योंकि वो सिवाय राजनीति के कुछ जानते ही नहीं हैं।
- 20 साल बहुत कुछ आपने देख लिया है, बहुत बर्बादी आप देख चुके हैं, अब एक ही रास्ता बचा है। अब दिल्ली में भाजपा का आना बहुत जरूरी है। जब दिल्ली में भाजपा की सरकार बनेगी, तो देशभर में हम जो काम कर रहे हैं, वो काम हम दिल्ली में भी आसानी से कर पाएंगे।
- CAA से हिंदुओं, सिखों और ईसाईयों को नागरिकता का अधिकार कितने साल बाद मिला? -70 साल बाद। शहीद जवानों के लिए देश में नेशनल वॉर मेमोरियल कितने साल बाद बना? - 50-60 साल बाद के बाद बना।
- शहीद पुलिसकर्मियों के लिए नेशनल पुलिस मेमोरियल कितने साल बाद बना?- 50-60 साल के बाद बना।
- 84 के सिख नरसंहार में दोषियों को सज़ा कितने साल बाद मिली? 34 साल बाद। वायुसेना को नेक्स्ट जनरेशन लड़ाकू विमान कितने साल बाद मिला? 35 साल बाद। बेनामी संपत्ति कानून कितने साल बाद लागू हुआ? 28 साल बाद।
- शत्रु संपत्ति कानून कितने साल बाद लागू हुआ? 50 साल के बाद। बोडो आंदोलन के समाधान वाला समझौता कितने साल बाद हुआ? 50 साल के बाद। पूर्व सैनिकों को OROP का लाभ कितने साल बाद मिला? 40 साल के बाद।
- पहले की सरकारों ने कैसे-कैसे देश को उलझाकर रखा था। ये फैसले पहले भी लिए जा सकते थे, ये समस्याएं पहले भी सुलझाई जा सकती थीं। लेकिन जब स्वार्थ नीति ही राजनीति का आधार हो, तो फैसले टलते भी हैं और अटकते भी हैं।
- पहली बार लाल बत्ती के रौब से देश के लोगों को मुक्ति मिली है। सामान्य वर्ग के गरीबों को आरक्षण का अधिकार मिला। 5 लाख रुपए तक की आय पर इनकम टैक्स ज़ीरो हुआ। पहली बार, काले धन की हेरा-फेरी करने वाली साढ़े 3 लाख संदिग्ध कंपनियों को ताला लगा।
- पहली बार, उद्यमियों को व्यापार से सम्मानजनक Exit का मार्ग देने वाला IBC कानून बना। पहली बार, देश के हर किसान परिवार के बैंक खाते में सीधी मदद पहुंची। पहली बार, किसानों, मज़दूरों और छोटे व्यापारियों को पेंशन की सुविधा मिली।
- पहली बार, 50 करोड़ गरीबों को 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मिली। पहली बार, 10 करोड़ गरीब परिवारों तक टॉयलेट की सुविधा पहुंची। पहली बार, 8 करोड़ गरीब बहनों की रसोई में गैस का मुफ्त कनेक्शन पहुंचा।
- पहली बार, देश को लोकपाल भी मिला। देश के लोगों को तो लोकपाल मिल गया, लेकिन दिल्ली के लोग आज भी इंतजार कर रहे हैं। इतना बड़ा आंदोलन और इतनी बड़ी-बड़ी बातें की गई थी, उन सबका क्या हुआ?
- शनिवार को जो बजट आया है, वो इस साल के लिए ही नहीं बल्कि इस पूरे दशक को दिशा देने वाला है। इस बजट का लाभ दिल्ली के नौजवानों, व्यापारियों, मध्यम वर्ग, निम्म मध्यम वर्ग, गरीबों और यहां की महिलाओं, सभी को होगा।
- बजट में युवाओं के रोजगार से जुड़े एक बड़े रिफॉर्म का ऐलान किया गया है। ये रिफॉर्म है- नॉन गैजेटेड सरकारी नौकरियों में अलग-अलग एग्ज़ाम की परेशानी से युवाओं को मुक्ति दिलाना।
- भाजपा का हमेशा से प्रयास रहा है कि व्यापारियों की दिक्कतें कम हों, उनकी परेशानी कम हो और वो खुलकर अपना काम कर पाएं।
बता दें दिल्ली में आठ फरवरी को मतदान होंगे और परिणाम 11 फरवरी को आएंगे। चुनाव में आप के सामने पिछले प्रदर्शन को दोहराने की चुनौती है। चुनावों के आखिरी दौर में सभी पार्टियां जोर-शोर से प्रचार में जुटी हुई हैं। भाजपा के बड़े नेता हों या छोटे नेता, टीम केजरीवाल से टक्कर लेने में पार्टी ने पूरी ताकत दिल्ली की सड़कों पर झोंक दी है। भाजपा के लिए दमखम दिखाने को लेकर, अमित शाह, जेपी नड्डा यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बाद आज खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार करेंगे।
पीएम मोदी के अलावा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा दिल्ली के शकूरबस्ती, मॉडल टाउन और चांदनी चौक में नुक्कड़ सभाओं को संबोधित करेंगे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी कंझावाला, सदर बाजार और पहाड़गंज में रैलियों को संबोधित करेंगे। केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी किरारी, मंगोलपुरी और बदरपुर में सभा को संबोधित करेंगे। स्मृति ईरानी भी सोमवार को त्रिनगर, करोल बाग और मादीपुर में जनसभा में शिरकत करेंगी।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी दिल्ली के सीमापुरी, मुस्तफाबाद करावल नगर और गोंडा में नुक्कड़ सभाओं को संबोधित करेंगे। हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर का भी दिल्ली में चुनावी सभाओं को संबोधित करने का कार्यक्रम है। जयराम ठाकुर पालम, द्वारका तिलक नगर और शाहपुरा में जनसभा में शिरकत करेंगे जबकि केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल त्रिनगर, रोहिणी, वजीरपुर और नागलोई में जनसभा को संबोधित करेंगे। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय रिठाला, हरदीप पुरी, उत्तम नगर, मालवीय नगर में अजय टम्टा नई दिल्ली और रिठाला में तो केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान नरेला में जन सभा को संबोधित करेंगे।
उत्तर प्रदेश के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह जनकपुरी, तिलक नगर और शालीमार बाग में सभा को संबोधित करेंगे। महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस शकूरपुर बस्ती, आदर्श नगर में तो वही भोजपुरी सिने स्टार दिनेश लाल यादव देवली, संगम विहार कालकाजी, तुगलकाबाद और बदरपुर में नुक्कड़ सभाओं में शिरकत करेंगे। भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन बादली और भोजपुरी सिने स्टार स्वीटी छाबड़ा दिल्ली के करावल नगर में सभाओं को संबोधित करेंगी।
Created On :   3 Feb 2020 8:31 AM IST