केरल विधानसभा चुनाव: देश की राजनीति में पहली बार टू टर्म नॉर्म लागू, CPIM ने दो बार से चुनाव जीतते आ रहे 33 विधायकों के टिकट काटे

CPIM cut the tickets of 33 MLAs who have been winning the elections twice
केरल विधानसभा चुनाव: देश की राजनीति में पहली बार टू टर्म नॉर्म लागू, CPIM ने दो बार से चुनाव जीतते आ रहे 33 विधायकों के टिकट काटे
केरल विधानसभा चुनाव: देश की राजनीति में पहली बार टू टर्म नॉर्म लागू, CPIM ने दो बार से चुनाव जीतते आ रहे 33 विधायकों के टिकट काटे

डिजटल डेस्क, तिरुवनंतपुरम। केरल में होने वाले विधान चुनाव से पहले सत्तारूढ़ पार्टी CPIM ने देश की राजनीति में पहली बार पार्टी ने टू टर्म नॉर्म लागू किया। पार्टी ने बुधवार को 83 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की। इसमें पार्टी ने टू टर्म नॉर्म के तहत उन 33 नेताओं के टिकट काट दिए, जो लगातार दो बार से विधायक का चुनाव जीतते आ रहे थे। इसमें सरकार के पांच मंत्री और स्पीकर का भी नाम शामिल हैं।

टिकट नहीं मिलने वाले मंत्रियों में वित्त मंत्री टीएम थॉमस इसाक, पीडब्ल्यूडी मंत्री जी सुधाकरन, शिक्षा मंत्री प्रोफेसर जी रवींद्रनाथ, संस्कृति मंत्री एके बालन और उद्योग मंत्री ईपी जयराजन का नाम शामिल हैं।

बात करें टिकट पाने वाले नेताओं की तो इनमें एमबी राजेश, पी राजीव, वीएन वासवान और केएन बालगोपाल जैसे वे वरिष्ठ नेता शामिल हैं जिन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव लड़ा था और हार गए थे। पार्टी की तरफ से 12 महिला उम्मीदवारों को भी टिकट दिया गया है जिसमें सिटिंग विधायक वीणा जॉर्ज और अधिवक्ता यू प्रतिभा को फिर से मौका दिया गया है।

सीपीआईएम की राज्य ईकाई की तरफ से लाए गए इस नियम से पार्टी के ही कार्यकर्ता नाराज हैं। राज्य के कई हिस्सों में पार्टी कैडर के लोगों ने इसपर नाराजगी जताते हुए इसका विरोध भी किया है। कुछ कमेटी के नेता भी इससे सहमत नहीं हैं, लेकिन इस मामले पर सीपीआईएम नेता और मुख्यमंत्री पी विजयन का कहना है कि अगले चुनाव के दौरान मैं भी टू टर्म नॉर्म के अंदर आऊंगा, इसलिए यह नियम हर किसी के लिए है।

गौरतलब है कि टू टर्म नॉर्म में पहले कहा गया था कि यह नियम 2019 में आम चुनाव लड़ चुके प्रत्याशियों पर भी लागू होगा, लेकिन बाद में लोकसभा चुनाव को इससे बाहर कर दिया गया। मुख्यमंत्री पी विजयन पांच बार विधायक रह चुके हैं। वे लगातार दो बार चुनाव नहीं जीते हैं, इसलिए इस नियम के दायरे में नहीं आते हैं और उन्हें दोबारा से टिकट दिया गया है। बता दें कि केरल की 140 विधानसभा सीटों के लिए छह अप्रैल को मतदान होना है, जिसका परिणाम दो मई को जारी होगा। फिलहाल यहां सीपीआईएम की सरकार है और एक बार फिर से वह जीत की दावेदार बताई जा रही है।
 


 

Created On :   10 March 2021 6:41 PM IST

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