कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी में 35 सीटों पर बनी आम सहमति

Consensus reached on 35 seats in Congress Screening Committee
कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी में 35 सीटों पर बनी आम सहमति
उत्तराखंड सियासत कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी में 35 सीटों पर बनी आम सहमति

डिजिटल डेस्क, देहरादून। लगातार 12 घंटे की स्क्रीनिंग के बाद गुरुवार को स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष ने उत्तराखंड के वरिष्ठ नेताओं से टिकट वितरण को लेकर व्यक्तिगत बैठक की। वहीं उत्तराखंड कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में 35 सीटों पर आम सहमति बन गई है। उत्तराखंड स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडे ने गुरुवार को कांग्रेस में वॉररूम में प्रदेश से जुड़े कई नेताओं को फीडबैक के लिए बुलाया।

इस फीडबैक बैठक में सांसद प्रदीप टम्टा, गोविंद सिंह कुंजवाल, रंजीत रावत, जीतराम और किशोर उपाध्याय सहित कई अन्य नेता भी मौजूद रहे। जिनसे स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्यों ने एक-एक करके उत्तराखंड में चुनाव के दौरान महत्वपूर्ण गतिविधियों और टिकट वितरण को लेकर चर्चा की। साथ ही पार्टी से जुड़े इन नेताओं से उनकी व्यक्तिगत राय और सुझाव मांगे। इस दौरान इन नेताओं से टिकट वितरण के दौरान अपेक्षित उम्मीदवार के बारे में भी जानकारी मांगी गई।

उत्तराखंड के वरिष्ठ नेता किशोर उपाध्याय ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि उन्होंने इस फीडबैक के दौरान पार्टी में एकजुट होकर संतुलन बनाकर चुनाव लड़ने की राय दी। उन्होंने कहा कि कई मौकों पर पार्टी संतुलन न होने की वजह से चुनाव में पिछड़ जाती है। कई ऐसी सीटें हैं जहां पर मजबूत दावेदार को टिकट मिलने की बजाय किसी अन्य को टिकट दे दी जाती है इससे पार्टी को नुकसान उठाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में फिलहाल कांग्रेस मजबूती से चुनाव लड़ रही है और अन्य दलों से काफी आगे हैं।

वहीं गुरुवार की बैठक को लेकर स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडे ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि बुधवार को स्क्रीनिंग कमेटी में करीब 12 घंटे की एक विस्तृत चर्चा हुई लेकिन जो लोग स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य नहीं थे। उत्तराखंड से जुड़े जो वरिष्ठ नेता बैठक में नहीं पहुंचे थे, उनसे अलग से एक-एक करके उनके सुझाव लिए गए। अविनाश पांडे ने बताया कि अगली स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक 3 जनवरी को होगी, बैठक में स्क्रीनिंग के सभी सदस्य मौजूद रहेंगे। सूत्रों के अनुसार लगभग 35 सीटों पर एक उम्मीदवार की आम सहमति बन गई है।

केंद्रीय चुनाव समिति की अनुमति के बाद उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी 18 जनवरी को उत्तराखंड में चुनाव प्रचार करने पहुंचेंगे। ऐसे में अगली स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में राहुल गांधी की रैली से जुड़ी तैयारियों को लेकर भी चर्चा की जाएगी। हालांकि पंजाब की तर्ज पर उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी एक परिवार से एक ही व्यक्ति को टिकट देने के फैसले पर अमल नहीं करेगी।

गौरतलब है कि बुधवार को उत्तराखंड स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक, दिल्ली में देर रात 12 बजे तक चली। बैठक में स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडे के साथ पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रभारी देवेंद्र यादव, प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गोदियाल, नेता विपक्ष प्रीतम सिंह वह अन्य सदस्य मौजूद रहे। पार्टी सूत्रों की मानें तो इस बार कांग्रेस पार्टी के लिए केवल जिताऊ उम्मीदवार ढूंढना ही चुनौती नहीं है, उम्मीदवार की विश्वसनीयता को भी परखा जा रहा है। कई मौकों पर कांग्रेस पार्टी के जीते हुए उम्मीदवार अन्य दलों में शामिल हो चुके हैं ऐसे में पार्टी इससे बचने के लिए इस तरीके की रणनीति पर काम कर रहे हैं।

इसलिए पार्टी ने उम्मीदवारों के चयन में यूथ कांग्रेस, एनएसयूआई, महिला कांग्रेस, सेवा दल और अन्य जैसे फ्रंटल संगठनों से भी सहयोग लेने की रणनीति बनाई है। पार्टी नेताओं की माने तो चुनावी राज्यों में कांग्रेस को फ्रंटल संगठनों के बीच समन्वय को मजबूत करने की आवश्यकता है। हालांकि उत्तराखंड प्रभारी देवेंद्र यादव के अनुसार पार्टी दिसंबर उत्तराखंड के उम्मीदवारों का ऐलान करने की तैयारी कर रही है। देवेंद्र यादव के अनुसार उत्तराखंड में इसलिए उम्मीदवार चुनने में हम ज्यादा समय नहीं लगाएंगे, क्योंकि इसकी तैयारी लम्बे समय से की जा रही है।

(आईएएनएस)

Created On :   30 Dec 2021 10:31 PM IST

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