कांग्रेस ईडी की लड़ाई को संसद ले गई, राष्ट्रपति तक ले जाएगी
- मनमानी और सांसदों के साथ बदसलूकी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस ने पुलिस पर मनमानी का आरोप लगाने के एक दिन बाद ईडी की लड़ाई को संसद ले गई और दोनों सदनों के पीठासीन अधिकारियों से मुलाकात की। पार्टी के नेता इस मुद्दे को लेकर राष्ट्रपति से भी मुलाकात करेंगे।
कांग्रेस सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए उपराष्ट्रपति से मिला। मल्लिकार्जुन खड़गे, पी. चिदंबरम और जयराम रमेश के प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस की मनमानी और सांसदों के साथ बदसलूकी की शिकायत की।
कांग्रेस के लोकसभा सांसदों ने गुरुवार सुबह लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से भी मुलाकात की और उनके समक्ष अपनी शिकायतें रखीं। अधीर रंजन चौधरी ने बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा : हमने अध्यक्ष को बताया है कि किस तरह से हम पर हिंसा और अत्याचार किया गया है। अध्यक्ष ने हमारी बात सुनी। हमने उन्हें दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के बारे में बताया जो कांग्रेस कार्यालय के अंदर घुसे थे। पूर्व नियोजित तरीके से हमारे कार्यालय और कार्यकर्ताओं पर हमला किया गया।
कांग्रेस ने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी के तुगलक रोड पुलिस स्टेशन में दिल्ली पुलिस के उन अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जिन्होंने विरोध प्रदर्शन के दौरान पार्टी के लोगों के साथ मारपीट की थी।
कांग्रेस नेता सचिन पायलट को यहां पार्टी मुख्यालय के बाहर हिरासत में लिया गया। उन्होंने कहा कि पूरा देश देख रहा है कि सरकार क्या कर रही है। गुरुवार को अपने आवास के बाहर अपने समर्थकों से बात करते हुए उन्होंने कहा, हमें कल हिरासत में लिया गया था, पुलिस ने एआईसीसी कार्यालय में प्रवेश किया और लाठीचार्ज किया। पूरा देश देख रहा है।
पायलट ने अपने समर्थकों को उनके साथ खड़े रहने के लिए धन्यवाद दिया और उनसे शांतिपूर्ण रहने का भी आग्रह किया।
पायलट ने कहा, यह बहुत स्पष्ट है कि सरकार दबाव बनाने, मनोबल गिराने, बदनाम करने और दुनिया को दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है कि यदि आप भाजपा सरकार की विचारधारा का विरोध करते हैं, तो आपकी परीक्षा होगी। भारत सरकार अपने विरोधियों का मनोबल गिराने में पूरी ताकत लगा रही है।
नेशनल हेराल्ड मामले के सिलसिले में ईडी द्वारा राहुल गांधी से लगातार तीन दिनों तक पूछताछ के बारे में बात करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है, क्योंकि आरोप निराधार हैं। यह सात साल पुराना मामला है जो बंद हो गया था। उन्होंने देश के लोगों का ध्यान भटकाने के लिए इसे फिर से शुरू किया है।
सोर्स- आईएएनएस
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Created On :   16 Jun 2022 9:00 PM IST