शीतकालीन सत्र के बाद कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों पर अपना ध्यान केंद्रित किया

Congress shifts focus to assembly polls after winter session
शीतकालीन सत्र के बाद कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों पर अपना ध्यान केंद्रित किया
नई दिल्ली शीतकालीन सत्र के बाद कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों पर अपना ध्यान केंद्रित किया

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र बुधवार को तय समय से एक दिन पहले समाप्त होने के बाद, कांग्रेस ने अब अपना ध्यान अगले साल होने वाले राज्यों के चुनावों पर केंद्रित कर दिया है, जिसमें उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा, उत्तराखंड और मणिपुर राज्य शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को सभी लोकसभा सांसदों से मुलाकात कर शीतकालीन सत्र पर उनका फीडबैक लिया। सूत्रों ने बताया कि उन्होंने सांसदों से विधानसभा चुनाव के लिए समय देने को भी कहा है। कांग्रेस को पंजाब में सत्ता बनाए रखने और उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भाजपा के खिलाफ उतरने के लिए बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।

उत्तर प्रदेश को छोड़कर, तीन राज्यों में पार्टी का सीधा मुकाबला भाजपा से है, जबकि पंजाब में उनका सामना अकाली दल-बसपा और आम आदमी पार्टी से है। हालांकि यह उत्तर प्रदेश में मुख्य चुनौती नहीं है, लेकिन कांग्रेस इस मुकाबले में बसपा से आगे रहना चाहती है। कांग्रेस गोवा में संकट का सामना कर रही है, जहां दो पूर्व मुख्यमंत्री, दिगंबर कामत और प्रताप सिंह राणे को छोड़कर लगभग सभी विधायकों ने पार्टी छोड़ दी है। पंजाब में भी कुछ इसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, जहां एक विधायक ने पार्टी छोड़ दी है, जबकि कई अन्य विधायक पंजाब लोक कांग्रेस में शामिल होने के लिए तैयार हैं।

पार्टी उत्तराखंड में बेहतर स्थिति में है, जहां भाजपा के कुछ विधायक पार्टी में शामिल हुए हैं। मणिपुर में भी चुनाव से पहले कांग्रेस को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पार्टी पूर्वोत्तर राज्य पर विशेष ध्यान दे रही है और जयराम रमेश को वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। मणिपुर में पिछले चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बावजूद कांग्रेस सरकार नहीं बना सकी। गोवा में भी ऐसा ही हुआ, जहां पिछले पांच सालों में करीब 13 विधायक भाजपा में शामिल हुए हैं, जबकि दो तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। सबसे पुरानी पार्टी ने अब अनुभवी नेता पी. चिदंबरम को तटीय राज्य में वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। सबसे कठिन चुनौती उत्तर प्रदेश में है जहां प्रियंका गांधी प्रभारी हैं और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वरिष्ठ पर्यवेक्षक बनाए गए हैं।

(आईएएनएस)

 

Created On :   22 Dec 2021 7:00 PM IST

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