मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डाली तेजस्वी के पाले में गेंद, इन चुनौतियों के बीच क्या खेल पाएगी कांग्रेस?
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार की सियासत में हर दिन उठा पटक लगी रहती है। प्रदेश की राजनीति में हर घड़ी कुछ ना कुछ हलचल होती ही रहती है। जब से राज्य में महागठबंधन की सरकार बनी है तभी से उनमें खटपट होने की खबरें आती रहती हैं। अब कांग्रेस पार्टी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने दल से कैबीनेट में मंत्री पद की मांग की है। वहीं इस मांग को सीएम नीतीश ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के कंधे पर डाल दिया है। जबकि इस पूरे मामले पर केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है।
महागठंबधन में सब कुछ ठीक नहीं
दरअसल, बिहार की मौजूदा सरकार में सात दलों का महागठबंधन है। कहने को तो सभी मिलकर सरकार चला रहे हैं। लेकिन एक मुद्दे पर इनके बीच कभी राय नहीं बन पाती है। राजद और जदयू के बीच कई मुद्दों पर तनातनी की खबरें सामने आ चुकीं हैं। हाल ही में राजद नेता और बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चन्द्रशेखर ने रामचरितमानस पर विवादित बयान दिया था। जिस पर नीतीश कुमार की पार्टी काफी आक्रामक दिखाई दी थी। गठबंधन में शामिल हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के मुखिया जीतनराम मांझी लगातार शराब के मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरते हुए नजर आते हैं। जबकि वाम दल प्रशासनिक व कानून व्यवस्था को लेकर अपनी ही सरकार के खिलाफ आवाज उठाती रहती है।
भरोसा जता चुके थे सीएम
अब कांग्रेस पार्टी कैबिनेट विस्तार को लेकर फ्रंट फूट पर खेलती हुई नजर आ रही है। कांग्रेस अपने विधायकों की संख्या के आधार पर दो और मंत्री बनाने की मांग कर रही है। दरअसल, पिछले महीने नीतीश कुमार ने कांग्रेस पार्टी से नए मंत्री बनाने की बात कही थी। लेकिन तेजस्वी यादव ने उनकी बात को बीच में ही काट दिया था और कहा था कि अभी सरकार की कैबिनेट का विस्तार नहीं होने जा रहा है। जिस पर कांग्रेस ने तेजस्वी पर खूल कर बोला था कि यह नीतीश कुमार की कैबिनेट है तेजस्वी यादव फैसला करने वाले कौन होते हैं? हालांकि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सामाधान यात्रा के दौरान कांग्रेस पार्टी की ओर से मंत्री बनाने का भरोसा जताया था।
कांग्रेस का क्या होगा स्टैंड?
कैबिनेट विस्तार को लेकर अब नीतीश कुमार ने एक बयान दिया है। जो कांग्रेस को बुरी लग सकती है। सीएम नीतीश ने कहा है कि, अब इस पूरे मामले पर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ही फैसला लेंगे। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो, नीतीश कुमार ने बड़ी ही चालाकी से तेजस्वी यादव के पाले में गेंद डाल दी है। वहीं इस खींचतान पर रालोजपा प्रमुख और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि, बिहार के सीएम को कैबिनेट का फैसला लेना चाहिए। लेकिन डिप्टी सीएम होकर भी तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री वाला काम कर रहे हैं। पशुपति पारस ने तंज कसते हुए कहा कि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेसहारा हो गए हैं। हालांकि, अब देखना दिलचस्प होगा कि नीतीश कुमार ने तेजस्वी के पाले में जो गेंद डाली है वह सियासी जमीन पर कितनी उछाल मारती है।
Created On :   12 Feb 2023 9:24 PM IST