सीबीआई ने तेजस्वी से आठ घंटे की पूछताछ

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
नौकरी के बदले जमीन घोटाला सीबीआई ने तेजस्वी से आठ घंटे की पूछताछ

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से नौकरी के बदले जमीन मामले में आठ घंटे तक पूछताछ की। तेजस्वी यादव सुबह करीब 10 बजकर 40 मिनट पर सीबीआई मुख्यालय पहुंचे, उन्हें दोपहर में लंच ब्रेक के लिए जाने दिया गया। बाद में रात 8.05 बजे तक उनसे पूछताछ चली। सीबीआई मुख्यालय से निकलने के बाद वह अपनी बहन मीसा भारती से मिलने गए, जिनसे ईडी ने पूछताछ की थी। तेजस्वी यादव इससे पहले तीन समन छोड़ चुके थे। उन्हें 4, 11 और 14 मार्च को जांच में शामिल होने के लिए समन भेजा गया था। पिछली बार तेजस्वी अपनी पत्नी की तबीयत खराब होने का हवाला देकर जांच में शामिल नहीं हुए थे।

जांच एजेंसी ने हाल ही में बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद से इस मामले में पूछताछ की थी। अपने मामले में, सीबीआई ने आरोप लगाया है कि जांच के दौरान, यह पाया गया कि आरोपियों ने मध्य रेलवे के तत्कालीन जीएम और सीपीओ के साथ मिलकर साजिश रची और लालू प्रसाद के परिवार के करीबी रिश्तेदारों के नाम पर जमीन के बदले लोगों को नियुक्त किया। सीबीआई ने तत्कालीन केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, दो बेटियों और 15 अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिनमें अज्ञात लोक सेवक और निजी व्यक्ति शामिल थे। एक अधिकारी ने कहा, 2004-2009 की अवधि के दौरान, उन्होंने रेलवे के विभिन्न क्षेत्रों में समूह डी पदों पर नियुक्ति के बदले में अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर जमीन-जायदाद के हस्तांतरण के रूप में आर्थिक लाभ प्राप्त किया।

सीबीआई ने कहा था- जोनल रेलवे में स्थानापन्न की ऐसी नियुक्ति के लिए कोई विज्ञापन या कोई सार्वजनिक नोटिस जारी नहीं किया गया था, फिर भी पटना के निवासी नियुक्तियों को मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में स्थित विभिन्न क्षेत्रीय रेलवे में स्थानापन्न के रूप में नियुक्त किया गया था। इस कार्यप्रणाली को जारी रखते हुए, लगभग 1,05,292 वर्ग फीट जमीन, पटना में स्थित अचल संपत्ति लालू प्रसाद और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा पांच बिक्री विलेखों और दो उपहार विलेखों के माध्यम से अधिग्रहित की गई थी, जिसमें अधिकांश भूमि हस्तांतरण में विक्रेता को नकद में किए गए भुगतान को दशार्या गया था।

(आईएएनएस)

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Created On :   25 March 2023 10:30 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story