कर्नाटक चुनाव से पहले मंत्रिमंडल का होगा विस्तार? चर्चाओं के बीच दिल्ली पहुंचे सीएम बोम्मई, सियासी हलचल तेज
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। साल 2023 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी ने राज्य और केंद्र के स्तर पर तैयारियां तेज कर दी है। इसके अलावा कर्नाटक मंत्रिमंडल में फेरबदल की तैयारियां शुरू हो चुकी है। इसको लेकर आज राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई सोमवार को राजधानी नई दिल्ली जाएंगे। यहां वे भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात करेंगे। बता दें इस मुलाकात में राज्य में कैबिनेट विस्तार पर भी चर्चा होने वाली है। इस बात की जानकारी राज्य के मुख्यमंत्री ने खुद दी। कर्नाटक के सीएम ने बताया कि यह कैबिनेट विस्तार राज्य में अगले साल होने वाले चुनाव को मद्देनजर रखते हुए किया जायेगा। हालांकि इस दौरान उन्होंने कैबिनेट में किसी तरह की फेरबदल होने की संभावनाओं से भी इनकार नहीं किया और उन्होंने कहा कि बैठक के बाद सबकुछ पता चलेगा।
जेपी नड्डा ने बुलाई बैठक
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि आज मैं दोपहर में दिल्ली जा रहा हूं, पिछली बार जब मैं राजधानी दिल्ली गया था तो कुछ चर्चा अधूरी रह गई थी, जिसके बाद आज बैठक निर्धारित की गई है। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने यह बैठक बुलाई है, इस दौरान वहां पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत केंद्र के कई वरिष्ठ नेता उस बैठक में मौजूद रहेंगे। मीडिया से बोम्मई ने कहा कि इस बैठक में चुनाव की तैयारियों से लेकर मंत्रिमंडल विस्तार पर भी चर्चा की जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि इस यात्रा के दौरान वे राज्य के कई प्रोजेक्ट्स को लेकर विभिन्न केंद्रीय मंत्रियों से भी वार्ता करेंगे।
सीएम पर नए चेहरों को शामिल करने का दवाब
मालूम हो कि इस बारे में बोम्मई ने पहले भी कहा था कि गुजरात विधानसभा चुनाव के बाद कर्नाटक में कैबिनेट विस्तार हो सकता है। बता दें कि राज्य में चुनाव से पहले बोम्मई के ऊपर कैबिनेट के जरिए नए चेहरों को शामिल करने का दबाव है। अटकलें लगाई जा रही थी कि राज्य में खाली पदों पर नए चेहरों को लाया जाएगा। इसके अलावा कई पुराने मंत्री को घटाने को लेकर चर्चाएं काफी तेज थी कि इन्हें हटाकर नए चेहरे लाए जा सकते हैं। कुछ वर्ग में चर्चाएं ऐसी थी कि गुजरात के जैसा ही कर्नाटक में भी मुख्यमंत्री समेत अन्य नेताओं को हटा कर कुछ नए चेहरों के साथ मंत्रिमंडल बनाया जा सकता है। हालांकि कुछ जानकारों को मानना है कि चुनाव की समय काफी नजदीक आ गया है इसलिए इतने बड़े स्तर पर बदलाव करना असंभव है।
राज्य में आरक्षण मांग तेज
खबरें ऐसी है कि मुख्यमंत्री इस बैठक में राज्य में आरक्षण से सबंधित मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं। यदि ऐसा होता है तो बोम्मई को एससी/एसटी कोटे के लिए फैसले पर कानून सुरक्षा देने की आवश्यकता पड़ेगी। गौरतलब है कि राज्य में पंचमसाली लिंगायत भी सरकार पर काफी ज्यादा दबाव बना रही है कि उन्हें रिजर्वेशन में 2 ए श्रेणी से निकालकर 3 बी श्रेणी में डाला दिया जाए। यहीं नहीं राज्य सरकार पर एससी/एसटीज के द्वारा इंटर्नल कोटा को भी इंप्लीमेंट किए जाने को लेकर दबाव बनाया जा रहा है। इसके अलावा वोक्कालिंगा वर्ग भी मुख्यमंत्री पर यह दबाव बना रहे है कि उनका आरक्षण 4 फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी कर दिया जाए।
Created On :   26 Dec 2022 9:44 PM IST