UP Rajya Sabha election: बसपा के रामजी गौतम राज्यसभा प्रत्याशी बने रहेंगे, सपा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी प्रकाश बजाज का पर्चा खारिज
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के रामजी गौतम राज्यसभा प्रत्याशी बने रहेंगे। उनके नामांकन में कोई खामी नहीं पाई गई है। वहीं समाजवादी पार्टी (सपा) के समर्थन से चुनाव लड़ रहे निर्दलीय प्रत्याशी प्रकाश बजाज का पर्चा खारिज हो गया है। प्रकाश बजाज का पर्चा खारिज होने के बाद राज्यसभा के लिए 10 सीटों पर उम्मीदवारों का निर्विरोध चुना जाना तय है। इनमें 8 बीजेपी, एक सपा और एक बसपा से हैं। हालांकि प्रकाश बजाज अपना पर्चा खारिज होने को लेकर गुरुवार को हाई कोर्ट में अपील दायर करेंगे।
प्रकाश बजाज की वजह से ही बसपा के 5 विधायकों की बगावत
माना जा रहा था कि प्रकाश बजाज की वजह से ही बसपा के 5 विधायकों ने अपनी ही पार्टी के नेता रामजी गौतम के खिलाफ बगावत की थी। रामजी गौतम ने राज्यसभा के उम्मीदवार के रूप में 26 अक्टूबर को नामांकन किया था, तब उनके साथ पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा व कई अन्य नेता मौजूद थे। बुधवार को जब रामजी गौतम के 10 प्रस्तावकों में से 5 प्रस्तावकों ने अपना प्रस्ताव वापस लेने के लिए विधानसभा आए तो हलचल मच गई। बसपा विधायक असलम चौधरी, असलम राईनी, मुज्तबा सिद्दीकी, हाकम लाल बिंद और गोविंद जाटव ने अपना प्रस्ताव वापस ले लिया। इसके बाद इन विधायकों ने सपा मुखिया अखिलेश यादव से मुलाकात की थी। मंगलवार को ही असलम चौधरी की पत्नी ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली थी।
फर्जी हस्ताक्षर करने का आरोप
भिनगा के बसपा विधायक मो. असलम राईनी ने कहा कि रामजी गौतम के प्रस्तावक के रूप में उन लोगों ने दस्तखत नहीं किया। उनके फर्जी हस्ताक्षर बनाए गए हैं। राइनी ने कहा कि कूटरचित हस्ताक्षर के लिए वह विधिक कार्रवाई करेंगे। फर्जी हस्ताक्षर की शिकायत करने वाले विधायकों में मुज्तबा सिद्दीकी, हाकिम लाल बिंद व असलम चौधरी भी शामिल हैं। बता दें कि यूपी में दस राज्यसभा सीटों पर चुनाव होना है, जिसके लिए कुल 11 प्रत्याशी मैदान में थे। भाजपा की ओर से आठ, समाजवादी पार्टी के एक, बहुजन समाज पार्टी के एक और एक निर्दलीय उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं।
प्रकाश बजाज हाईकोर्ट में करेंगे अपील
हालांकि अब निर्दलीय उम्मीदवार का पर्चा खारिज हो गया है। प्रकाश बजाज अपना पर्चा खारिज होने को लेकर गुरुवार को हाई कोर्ट में अपील दायर करेंगे। मूल रूप से वाराणसी के रहने वाले प्रकाश बजाज पेशे से वकील हैं। वो मुंबई में प्रैक्टिस करते हैं। वहीं बसपा के दिग्गज नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि प्रकाश बजाज के नामांकन में एक प्रस्तावक का नाम गलत था। उन्होंने फॉर्म 26 प्रारूप में अपना नामांकन नहीं भरा था। ऐसे में अगर प्रकाश बजाज को कोर्ट से राहत नहीं मिली तो सभी 10 उम्मीदवार निर्विरोध चुन लिए जाएंगे।
Created On :   28 Oct 2020 9:35 PM IST