आरएसएस के सर्वे में खुलासा, विजय रूपाणी के चेहरे के साथ बीजेपी की गुजरात में जीत मुश्किल
डिजिटल डेस्क, गांधीनगर। विजय रूपाणी के गुजरात सीएम पद से इस्तीफे के बाद कैबिनेट में भी बड़े बदलाव की उम्मीद की जा रही है। राज्य के अगले मुख्यमंत्री पर फैसला रविवार को एक महत्वपूर्ण विधायक दल की बैठक में लिया गया। भूपेंद्र गुप्ता को गुजरात का अगला सीएम बनाया गया है।
सीएम के नाम के ऐलान को लेकर हुई इस बैठक में शामिल होने के लिए केंद्रीय मंत्री और भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक, प्रह्लाद जोशी और नरेंद्र सिंह तोमर गांधीनगर में पार्टी कार्यालय पहुंचे थे। पूर्व सीएम विजय रूपानी, केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपला, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन पटेल भी इस बैठक में मौजूद थे।
आरएसएस के सर्वे के बाद फैसला
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। गुजरात में दिसंबर 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसके 15 महीने पहले मुख्यमंत्री के पद से रूपाणी ने इस्तीफा दिया है। मुख्यमंत्री के अचानक इस्तीफे के बाद राजनीतिक गलियारों में इस बात को लेकर चर्चा है कि उनके जाने का क्या कारण रहा होगा। सूत्रों के अनुसार, आरएसएस के एक सर्वे में सामने आया था कि विजय रूपानी को कैंपेन का फेस रखने पर भाजपा के लिए गुजरात में अगला चुनाव जीतना मुश्किल होगा।
आम आदमी पार्टी ने बिगाड़ा खेल
कुछ राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक आम आदमी पार्टी की जनसंवेदना यात्रा ने भी अगले चुनाव में विजय रूपानी के साथ भाजपा की जीत को और भी अनिश्चित बना दिया। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अपनी जनसंवेदना यात्रा में कोविड-19 के प्रबंधन में सरकार की विफलता को उजागर करने के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों का दौरा किया था। इसके अलावा, राज्य में 27 वर्षों तक शासन करने के बाद, सत्ता विरोधी भावना गुजरात में भाजपा की उपस्थिति के लिए खतरा पैदा कर सकती है।
दो दिन पहले गुजरात पहुंचे थे अमित शाह
माना जा रहा है कि विजय रूपाणी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के करीबी हैं। दो दिन पहले, अमित शाह रात में अचानक गुजरात आए और अगली सुबह चले गए। कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक हुई थी, जिसमें विजय रूपाणी को हटाने का फैसला लिया गया था।
क्या कहा नितिन पटेल ने?
सीएम की रेस में नितिन पटेल का भी नाम था। हालांकि इसे लेकर पटेल का बयान सामने आया था। नितिन पटेल ने कहा था, "एक सीएम ऐसा होना चाहिए जो लोकप्रिय हो, अनुभवी हो और सभी को एक साथ लेकर चले। मीडिया में अफवाहें हैं कि मुझे सीएम बनाया जाएगा, लेकिन सच्चाई यह है कि बीजेपी आलाकमान तय करेगा कि मुख्यमंत्री कौन होगा?"
वहीं नितिन पटेल ने ये भी कहा था, "विजय रूपाणी ने स्वेच्छा से सीएम पद से इस्तीफा दिया है। उन्होंने किसी दबाव में फैसला नहीं लिया। पार्टी आलाकमान की ओर से भेजे गए ऑब्जर्वर बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की राय ले रहे हैं कि किसे सीएम बनाया जाए, आज बैठक में लिया जाएगा फैसला।
क्या कहा कांग्रेस ने?
गौरतलब है कि एक माह पूर्व रूपाणी की सरकार के पांच वर्ष पूरे होने पर एक सप्ताह तक चलने वाला उत्सव मनाया गया था। कांग्रेस नेता परेश धनानी ने पूछा है, "अगर सरकार की सफलता का जश्न मनाया गया, तो चेहरा बदलने की जरूरत क्यों पड़ी? उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए विजय रूपाणी को हटाया।
Created On :   12 Sept 2021 1:36 PM IST