बीजेपी ने काटा 21 हजार मतों के मार्जिन से जीतने वाले पूर्व मुख्यमंत्री का टिकट, सिटिंग MLA's के टिकट कटने के बाद इतने बीजेपी विधायक बगावत पर अमादा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने मंगलवार देर रात को अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है। 189 प्रत्याशियों वाली इस लिस्ट में बीजेपी की ओर से 52 नए चेहरे शामिल किए गए हैं। जिन 52 नए नेताओं को मौका दिया गया है उनकी सीट से बीजेपी के कई पूर्व नेताओं का टिकट कटा है। इस मामले में चुनावी रणनीतिकारों का मानना है कि ऐसी स्थिति में बीजेपी के कई नेता बागी हो सकते हैं। बात दें कि, इस बार पार्टी ने छह बार विधायक और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार को भी चुनाव लड़ने का मौका नहीं दिया है। इससे पहले शेट्टार ने मीडिया से कहा था कि उन्हें पार्टी नेतृत्व ने टिकट देने से इनकार किया है। इसके अलावा राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम लक्ष्मण सवाडी का भी इस बार पार्टी ने पत्ता काट दिया है। इस बार के चुनाव में पार्टी ने कई सिटिंग विधायकों का भी टिकट काटा है।
राज्य में 13 अप्रैल से लेकर 20 अप्रैल तक नामांकन की प्रक्रिया होगी और 10 मई को वोटिंग होगी। जिसके बाद 13 मई को चुनावी नतीजे आएंगे। यानी चुनाव की तैयारी के लिए पार्टी के पास एक महीने से भी कम का समय रह गया है। यदि ऐसे में पार्टी में बगावत होती है तो बीजेपी की स्थिति राज्य में खराब हो सकती है। इस बार चुनावी मैदान में आम आदमी पार्टी (आप) भी है। 'आप' ने भी अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। साथ ही कांग्रेस ने पहले ही अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। बीजेपी के लिस्ट जारी करने के बाद राज्य में उम्मीदवारों का चेहरा साफ हो गया है।
शेट्टार के बागी तेवर
राजनीतिक जानकारों को मानना है कि चुनाव से पहले बीजेपी से राज्य के पूर्व सीएम बागी हो सकते हैं। यहां से जगदीश शेट्टार ने पार्टी का फैसला मानने से इनकार कर दिया है। उन्होंने बताया कि पार्टी ने उनसे कहा कि उन्हें अपनी सीट से किसी दूसरे नेता को मौका देना चाहिए। बता दें कि, शेट्टर साल 2012 में बीजेपी की ओर से कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। चुनाव से पहले राज्य में बीजेपी की मुश्किलें इसलिए भी बढ़ी हुई है क्योंकि पार्टी ने अपनी पहली लिस्ट में 11 मौजूदा विधायकों का टिकट काट दिया है। ऐसे में यदि ये सभी विधायक बागी हो गए तो चुनाव से पहले बीजेपी को इन सभी नेताओं से दो-चार होना पड़ सकता है।
शेट्टार हुबली-घरावाड़ सेंट्रल से विधायक है। वह अब तक पार्टी की ओर से छह बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। शेट्टार ने कहा, सर्वे में मुझे बढ़त मिलने के बावजूद भी पार्टी मुझे चुनाव लड़ने से मना कर रही है। मैं एक भी चुनाव नहीं हारा हूं। लेकिन मैं नहीं जानता हूं कि पार्टी मुझे चुनाव लड़ने क्यों नहीं दे रही है? मैं आलाकमान से अनुरोध करता हूं कि मुझे चुनाव लड़ने का मौका दिया जाए। साथ ही उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेताओं से इस पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया। 2018 के विधानसभा चुनाव में 21 हजार वोटों से जीते शेट्टार ने कहा कि वह पिछले छह चुनावों से लगातार जीतते आ रहे हैं। इस दौरान हर बार उनकी जीत का अंतर 21000 वोटों से ज्यादा रहा है। जगदीश शेट्टार ने कहा कि मैं चाहता हूं पार्टी उनको एक बार फिर चुनाव लड़ने दे अन्यथा पार्टी के लिए ठीक नहीं होगा। इसके बावजूद बीजेपी ने उनका टिकट काट दिया है।
शेट्टार का प्लान
हालांकि, उन्होंने स्पष्ट नहीं किया कि वह टिकट कटने पर निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे या फिर नहीं। लेकिन पत्रकारों से बातचीत के दौरान उनके तेवर पूरी तरह से बगावती नजर आ रहे थे। इस मामले पर पार्टी के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि वह जगदीश शेट्टार से बात कर चुके हैं और उम्मीद है कि वे मान जाएंगे। इधर जगदीश शेट्टार ने कहा है कि, "मैं बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से बात करने के लिए दिल्ली जाऊंगा। मैं एक सकारात्मक व्यकित हूं, तो मैं मानता हूं कि सकारात्मक चीजे होंगी।"
इधर राज्य में बीजेपी के एक और नेता लक्ष्मण सावदी टिकट नहीं मिलने से नाराज चल रहे हैं। उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने ऐलान किया है। लक्ष्मण सावदी कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के बेहद करीबी नेताओं में से एक है। लिस्ट जारी होने के बाद सीएम बसवराज बोम्मई कैंडिडेट के नामों की घोषणा के साथ ही डैमेज कंट्रोल करने में जुट गए हैं।
Created On :   12 April 2023 5:06 PM IST