इस बार अकेले चुनाव लड़ सकती है भाजपा
- मतों की गिनती 10 मार्च को होगी।
डिजिटल डेस्क,इम्फाल। मणिपुर में 2017 में पहली बार सत्ता हासिल करने वाली सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दो राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन किया था और निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त किया था। लेकिन इस बार ऐसी संभावना है कि पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी।केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक और असम के मंत्री अशोक सिंघल(मणिपुर चुनाव के लिए भाजपा के प्रभारी) ने अलग-अलग संकेत दिए कि भगवा पार्टी इस बार अपने दम पर चुनाव लड़ने की इच्छुक है।
हालांकि, भौमिक और सिंघल दोनों ने समान विचारधारा वाले दलों के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन को पूरी तरह से खारिज नहीं किया।सिंघल ने गुवाहाटी में संभावित गठबंधन के बारे में कोई जानकारी दिए बिना कहा, हम समान विचारधारा वाले दलों और सहयोगियों के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन के लिए बातचीत कर रहे हैं।
हालांकि, दोनों मंत्रियों ने दावा किया कि भाजपा अपने दम पर पूर्ण बहुमत हासिल करेगी।केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री भौमिक ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि इस बार भाजपा अपने सुशासन और बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर अपने दम पर बहुमत हासिल करेगी।
त्रिपुरा के एक भाजपा नेता भौमिक ने कहा, हमारे केंद्रीय नेता जल्द ही मणिपुर चुनावों के लिए पार्टी के उम्मीदवारों की घोषणा करेंगे। मणिपुर में पार्टी के नेता और कार्यकर्ता आगामी चुनावों में भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए हर तरह से सक्रिय हैं।15 वर्षों के बाद, 2017 के विधानसभा चुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन ने कांग्रेस के 28 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बावजूद सत्ता हासिल किया था।
लेकिन भगवा पार्टी, जिसने 21 सीटें हासिल की थीं, ने नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के चार विधायकों, नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के चार सदस्यों, तृणमूल कांग्रेस के एकमात्र विधायक और एक निर्दलीय सदस्य के समर्थन से गठबंधन सरकार बनाई।मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा के नेतृत्व वाली एनपीपी ने हालांकि पहले ही इस बार अपने दम पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है और वह कम से कम 40 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी।
भाजपा नीत सरकार की एक अन्य सहयोगी नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) अभी भी मणिपुर में चुनाव पूर्व गठबंधन पर कोई फैसला नहीं लिया है।एनपीएफ मणिपुर राज्य इकाई के अध्यक्ष अवांगबो न्यूमई ने दावा किया कि एनपीएफ और भाजपा के बीच अच्छे संबंध हैं लेकिन दोनों दलों के बीच अभी तक चुनाव पूर्व गठबंधन को अंतिम रूप नहीं दिया गया है।न्यूमाई ने कहा कि पार्टी को 40 संभावित उम्मीदवारों के आवेदन मिले हैं।
मणिपुर की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए दो चरणों में 27 फरवरी और तीन मार्च को मतदान होगा।मतों की गिनती 10 मार्च को होगी।
(आईएएनएस)
Created On :   17 Jan 2022 1:01 PM IST