भाजपा ने अखिलेश के खिलाफ चुनाव आयोग में की शिकायत, झूठ फैलाने और लोगों को उकसाने का लगाया आरोप
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव का नतीजा कल आने वाला है। गौरतलब है कि पंजाब, यूपी, मणिपुर, गोवा और उत्तराखंड राज्यों में विधानसभा चुनाव संपन्न हुआ है। इन पांचों राज्यों में यूपी चुनाव पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं, क्योंकि कहा जाता है कि संसद का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर गुजरता है। जो पार्टी यूपी में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी उसके लिए आगामी 2024 लोकसभा चुनाव आसान हो जाएगा। यूपी सियासत चुनाव से लेकर अब तक गरमायी हुई है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले ही एकबार फिर ईवीएम को लेकर सवाल खड़ा दिया है। जिस पर भारतीय जनता पार्टी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर झूठ फैलाने और लोगों को उकसाने को लेकर चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग की है। केंद्रीय मंत्री व उत्तर प्रदेश के प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के नेतृत्व में भाजपा नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की और उन्हें इससे संबंधित एक ज्ञापन भी सौंपा है। बीजेपी प्रतिनिधिमंडल में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और जी किशन रेड्डी भी शामिल थे। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद प्रधान ने कहा कि विधानसभा चुनाव में हार के डर से अखिलेश यादव हताश हो गए हैं और पूरी तरह बौखला गए हैं।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद प्रधान ने सपा पर बोला हमला
सपा मुखिया अखिलेश यादव पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद प्रधान ने जमकर हमला बोला और कहा कि एक संवैधानिक पद पर रहने के बावजूद कल अखिलेश यादव ने जिस भाषा का सार्वजनिक तौर पर इस्तेमाल किया था और संवैधानिक व्यवस्थाओं पर सवाल खड़ा किया था। यह मानसिकता बहुत खतरनाक है। आगे प्रधान ने कहा कि चुनाव में हार स्वीकार करनी चाहिए। लेकिन अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल कर और ईवीएम पर सवाल उठाकर चुनाव की विश्वसनीयता को कटघरे में खड़ा कर अखिलेश ने न केवल मतदाताओं का बल्कि लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की पवित्रता का भी अपमान किया है।
— Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) March 9, 2022
अखिलेश ने लगाया था ये आरोप
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बीते मंगलवार को उत्तर प्रदेश में भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि कि बीजेपी प्रशासनिक मशीनरी के जरिए वोटों की चोरी कर रही है। साथ ही दावा किया था कि उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारी अपने अधीनस्थों को निर्देश दे रहे हैं कि जहां भाजपा हार रही है, वहां मतगणना धीमी कर दी जाए।
अखिलेश ने लोगों से अपील करते हुए कहा, अगर हमने वोट दिया है तो मैं अपने नौजवानों, किसानों से कहूंगा कि उतनी ही हमारी जिम्मेदारी बनती है कि वोट को बचाएं। अगर वोट नहीं गिना जाएगा तो लोकतंत्र कहां जाएगा? अखिलेश ने कहा कि यह लोकतंत्र की आखिरी लड़ाई है। सभी लोग मतगणना के दिन सजग रहे।
Created On :   9 March 2022 11:30 PM IST