Bihar Assembly Election Result: तेजस्वी या नीतीश, किसके सर होगा बिहार का ताज? सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के बीच मतगणना आज
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में मतदाताओं ने किसे जनादेश दिया है, यह आज (मंगलवार, 10 नवंबर) को पता चल जाएगा। सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू होगी और शाम तक तय हो जाएगा कि बिहार की सत्ता एक बार फिर नीतीश कुमार के हाथ होगी या 15 साल के बाद बिहार में बदलाव होगा। वैसे, हार-जीत जिसकी भी हो, लेकिन मतगणना के पूर्व किसी ने भी अपनी उम्मीदें नहीं छोड़ी हैं। एक्जिट पोल में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेतृत्व वाले महागठबंधन और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में कड़ी टक्कर के संकेत हैं। कई एक्जिट पोल महागठबंधन को बहुमत देते भी नजर आए हैं। गौरतलब है कि बिहार में तीन चरण (28 अक्टूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर) में मतदान हुआ था।
चुनाव आयोग ने राज्य की 243 विधानसभा सीटों की मतगणना के लिए बिहार के 38 जिलों में 55 काउंटिंग सेंटर बनाए हैं। बिहार राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक पूर्वी चंपारण, सीवान, बेगूसराय और गया में तीन-तीन नालंदा, बांका, पूर्णिया, भागलपुर, दरभंगा, गोपालगंज, सहरसा में दो-दो मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। 55 मतगणना केंद्रों में 414 हॉल बनाए गए हैं। मतगणना केंद्रों पर सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती की जाएगी। चुनाव आयोग ने बिहार में डाक मतपत्र की गिनती को लेकर अतिरिक्त सहायक निर्वाची अधिकारी की तैनाती की है। काउंटिंग के दौरान सबसे पहले डाक मतपत्रों की ही गिनती होगी।
कोरोना प्रोटोकाल के चलते परिणामों में हो सकती है देरी
मतगणना को लेकर चुनाव आयोग ने कड़ी तैयारियां की हैं। इस साल चुनाव आयोग कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए काफी ऐहतियात बरत रहा है। ऐसा अनुमान है कि इस बार शुरुआती रुझानों के आने में थोड़ी देरी हो सकती है। क्योंकि इस बार कोरोना को ध्यान में रखते हुए कई चीजों में बदलाव किया गया है। इस बार चुनाव आयोग की ओर से मतगणना में शामिल होने वाले सभी लोगों को कोरोना प्रोटोकॉल फॉलो करना अनिवार्य किया गया है।
मशीनों को सैनिटाइज किया जाएगा
चुनाव आयोग के निर्देशानुसार ईवीएम की कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट को काउंटिंग टेबल पर ले जाने से पहले सैनिटाइज किया जाएगा। इसके अलावा कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट की डी सीलिंग और चुनाव परिणाम को प्रदर्शित करने के लिए मतगणना स्थल की हर टेबल पर एक ही मतगणनाकर्मी मौजूद रहेगा। उम्मीद है कि इस बार पहला रुझान सुबह 9 बजे तक आ जाएगा जबकि पहला चुनाव परिणाम सामने आने में दोपहर तीन बजे का वक्त लग सकता है।
सभी केंद्रों में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध
सभी मतगणनास्थलों पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। राज्य में मतगणना के लिए 38 जिलों में 55 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं, जहां मंगलवार को मतों की गिनती की जाएगी। बिहार राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक, पूर्वी चंपारण, सीवान, बेगूसराय और गया में तीन-तीन नालंदा, बांका, पूर्णिया, भागलपुर, दरभंगा, गोपालगंज, सहरसा में दो-दो मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। 55 मतगणना केंद्रों में 414 हॉल बनाए गए हैं। बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एच आर श्रीनिवास ने कहा कि चुनाव आयोग ने स्ट्रांग रूम और मतगणना केंद्रों के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा स्थापित की है। सुरक्षा के लिहाज से केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल फिर बिहार सैन्य पुलिस और फिर जिला पुलिस को तैनात किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी मतगणना केंद्रों की सीसीटीवी निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि केंद्रों की बैरिकेडिंग की गई है, पासधारी को ही केंद्र में जाने की अनुमति होगी।
सोमवार को खामोश रहे बिहार के राजनीतिक गलियारे
वैसे, मतगणना के पहले सोमवार को बिहार की सियासत में खामोशी नजर आई। पटना में करीब सभी पार्टियों के कार्यालय में इक्का-दुक्का लोग नजर आए। हालांकि पार्टी के नेताओं में बेचैनी जरूर है। एक्जिट पोल के सामने आने के बाद महागठबंधन की सत्ता में आते देखकर राजद के समर्थकों में उत्साह है, लेकिन पार्टी नेतृत्व ने जब किसी प्रकार का जश्न न मनाने का निर्देश दिया, तब से वे शांत नजर आ रहे हैं।
राजद के प्रवक्ता मनोज झा से जब इस संबंध में पूछा गया तो वे कहते हैं कि तनाव कहीं नहीं है। उन्होंने कहा, चुनाव का अपना मिजाज होता है। तीनों चरण में मतदाताओं ने अपना मिजाज दिखा दिया है। मतदाता न केवल मंगलवार को जनादेश देगी, बल्कि आदेश देगी बिहार के बदलाव का। नए बिहार के निार्मण के और यह होकर रहेगा।
इधर, एक्जिट पोल में राजग के प्रमुख घटक दल जदयू के सीटों में भले ही बड़ी गिरावट दिखाई गई हो, लेकिन उन्होंने उम्मीद अभी नहीं छोड़ी है। जदयू के प्रवक्ता अजय आलोक कहते हैं, हमलोग रिलैक्स हैं, जनता का आदेश सर आंखों पर। कल (मंगलवार) को शाम को नीतीश कुमार के नेतृत्व में राजग सरकार बनाएगी।
उन्होंने राजग और कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए आगे कहा कि परेशानी तो उधर है, जो जनादेश की चोरी की बात कर रहे हैं और पार्टी द्वारा आदेश निकाला जा रहा है कि जश्न नहीं मनेगा। पटाखे नहीं चलाना।
इधर, राजद की सहयोगी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी के महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि एक्जिट पोल में जनता का जो फैसला जमीन पर नजर आ रहा था, वह बदलाव का था। उन्होंने कहा कि मंगलवार को महागठबंधन की सरकार बनेगी और मजबूती से बिहार के विकास के लिए सरकार बनेगी। बहरहाल, सभी दलों के दावे अभी भी कायम है, जनता ने अपना फैसला सुना दिया है, जिसका मंगलवार को पता भी चल जाएगा। तब तक तो सभी को इंतजार करना होगा।
Created On :   10 Nov 2020 12:56 AM IST