विचारधारा बदलने को लेकर नसीरुद्दीन शाह की टिप्पणी पर बाबुल सुप्रियो का पलटवार

Babul Supriyo retorts on Naseeruddin Shahs remarks about changing ideology
विचारधारा बदलने को लेकर नसीरुद्दीन शाह की टिप्पणी पर बाबुल सुप्रियो का पलटवार
पश्चिम बंगाल सियासत विचारधारा बदलने को लेकर नसीरुद्दीन शाह की टिप्पणी पर बाबुल सुप्रियो का पलटवार

डिजिटल डेस्क, कोलकाता। बॉलीवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह और गायक से नेता बने बाबुल सुप्रियो के बीच वाकयुद्ध अब खुलकर सामने आ गया है। सुप्रियो कोलकाता के बालीगंज में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। नसीरुद्दीन शाह ने सोमवार को एक वीडियो संदेश जारी कर अपनी भतीजी सायरा शाह हलीम के लिए समर्थन मांगा था। सायरा बालीगंज उपचुनाव में माकपा उम्मीदवार हैं। शाह ने वीडियो संदेश में बाबुल सुप्रियो का नाम लिए बिना उनके पिछले साल भाजपा से तृणमूल कांग्रेस में जाने का जिक्र किया।

नसीरुद्दीन शाह ने वीडियो संदेश में कहा, मैं किसी राजनीतिक दल का सदस्य नहीं हूं। मैं व्यक्तिगत रूप से अपनी भतीजी के लिए वोट मांग रहा हूं। क्या आप किसी ऐसे व्यक्ति को चुनेंगे जो अपनी राजनीतिक विचारधारा बार-बार बदलता हो या किसी ऐसे व्यक्ति को, जो लोगों के साथ खड़ा होता है? इसलिए, बालीगंज उपचुनाव में मैं सायरा शाह हलीम के लिए समर्थन मांग रहा हूं।

शाह द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए सुप्रियो ने सोमवार देर रात एक ट्विटर संदेश में इस पर संदेह जताया कि क्या शाह को माकपा के दबाव के कारण वह वीडियो संदेश जारी करना पड़ा था। सुप्रियो ने ट्वीट किया, हम सभी नसीरुद्दीन शाह से प्यार और उनका सम्मान करते हैं। एक महान किंवदंती जो अब वास्तविक जीवन में एक अंकल की भूमिका निभा रहे हैं। वाह! उन्हें पद्मश्री और पद्मभूषण दोनों मिले हैं, लेकिन दुख की बात है कि वह वीडियो में बहुत उदास दिखते हैं। लगता है, सीपीआई-एम, पश्चिम बंगाल ने उन्हें इसे रिकॉर्ड करने के लिए मजबूर किया। लेकिन वीडियो बहुत प्यारा है।

पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्दवान जिले के आसनसोल निर्वाचन क्षेत्र से दो बार भाजपा के लोकसभा सदस्य रहे सुप्रियो नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में मंत्री भी बने। हालांकि, 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के तुरंत बाद वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए और आसनसोल के सांसद व मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।

तृणमूल कांग्रेस ने इस बार उन्हें बालीगंज विधानसभा उपचुनाव के लिए पार्टी का उम्मीदवार बनाया है। भाजपा ने पूर्व पत्रकार कीया घोष को मैदान में उतारा है। 4 नवंबर, 2021 को तृणमूल कांग्रेस के विधायक और राज्य के पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी के निधन के कारण बालीगंज सीट के लिए उपचुनाव कराना पड़ रहा है।

(आईएएनएस)

Created On :   5 April 2022 9:00 PM IST

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