Assam Assembly Election: पहले चरण के विधानसभा चुनाव से पूर्व किले में तब्दील हुआ असम
डिजिटल डेस्क, गुवाहाटी। असम में 12 जिलों में शनिवार को विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इस चरण में 47 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा। पहले चरण में मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, प्रदेश कांग्रेस प्रमुख रिपुन बोरा और 23 महिला उम्मीदवारों सहित 264 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। चाय बागान कार्यकर्ता, आदिवासी मतदाता और पहली बार मतदाता 126-सदस्यीय विधानसभा सीटों के मतदान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। पश्चिम बंगाल के साथ असम में गुरुवार को तीन चरणों में से पहले चरण के लिए प्रचार अभियान समाप्त हो गया। पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में चुनाव होने वाले हैं।
गौरतलब है कि 2016 के चुनावों में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 47 सीटों में से 35 सीटें हासिल कीं, जबकि शेष कांग्रेस और अन्य दलों को मिलीं। असम के मुख्य चुनाव अधिकारी नितिन खाडे ने कहा कि शनिवार को स्वतंत्र, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और सुचारू चुनाव संपन्न कराने के लिए मतदान की वेबकास्टिंग सहित सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं। 4,032,481 महिलाओं सहित 8,109,815 मतदाता 11,537 मतदान केंद्रों पर मतदान करेंगे। सीईओ ने मीडिया से कहा कि किसी भी गड़बड़ी से बचने के लिए केंद्रीय और राज्य बलों की भारी टुकड़ी तैनात की गई है। असम के साथ अंतरराज्यीय और अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर भी सुरक्षा मजबूत है।
पहले चरण के मतदान में 59-वर्षीय सोनोवाल माजुली से, 65-वर्षीय कांग्रेस के अध्यक्ष रिपुन बोरा गोहपुर से, जबकि असम गण परिषद के प्रमुख व 60-वर्षीय मंत्री अतुल बोरा बोकाखाट से फिर से चुनाव लड़ना चाहते हैं, जहां 11 उम्मीदवार मैदान में हैं। शनिवार के मतदान में कई के चुनावी भाग्य का परीक्षण किया जाएगा। इनमें विधानसभा अध्यक्ष हितेंद्र नाथ गोस्वामी (जोरहाट), कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता देवव्रत सैकिया (नाजिरा), जेल में बंद रायजोर दल के अध्यक्ष व प्रमुख किसान नेता अखिल गोगोई (शिबसागर) और असम जातीय परिषद के अध्यक्ष लुरिनज्योति गोगोई (दुलियाजान) हैं।
मतदान अधिकारियों के अनुसार, 85-वर्षीय प्रेमधर बोरा 264 उम्मीदवारों में सबसे पुराने हैं, जबकि नौ उम्मीदवार हैं जो 25 साल या उससे कम उम्र के हैं। निर्दलीय उम्मीदवार बोरा पूर्वी असम के बिहपुरिया निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। महीने भर चलने वाले व्यस्त चुनाव अभियान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके मध्य प्रदेश के समकक्ष शिवराज सिंह चौहान ने राज्य भर के सभी भाजपा उम्मीदवारों के लिए बड़े पैमाने पर प्रचार किया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, एआईसीसी प्रवक्ता गौरव वल्लभ और कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला उन केंद्रीय नेताओं में से हैं जिन्होंने असम में पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया।
Created On :   26 March 2021 10:01 PM IST