ममता की एकजुटता की बात से अनुब्रत मंडल सहयोग नहीं कर रहे: सीबीआई सूत्र

Anubrata Mandal not cooperating with Mamatas talk of solidarity: CBI sources
ममता की एकजुटता की बात से अनुब्रत मंडल सहयोग नहीं कर रहे: सीबीआई सूत्र
कोलकाता ममता की एकजुटता की बात से अनुब्रत मंडल सहयोग नहीं कर रहे: सीबीआई सूत्र

डिजिटल डेस्क, कोलकाता। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की एकजुटता की अभिव्यक्ति के बाद, तृणमूल कांग्रेस के नेता अनुब्रत मंडल करोड़ों रुपये के पशु तस्करी घोटाले में पूरी तरह से असहयोग की मुद्रा में आ गए हैं, जिसकी जांच सीबीआई कर रही है। मंडल को सीबीआई ने 12 अगस्त को गिरफ्तार किया था।

मुख्यमंत्री ने रविवार को एक कार्यक्रम में स्पष्ट संदेश दिया कि घोटाले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों द्वारा गिरफ्तारी के बाद भी पार्टी के बीरभूम जिला अध्यक्ष के प्रति उनकी सहानुभूति और समर्थन जारी है। सोमवार को जब मंडल को उनके वकील द्वारा मुख्यमंत्री के रुख के बारे में सूचित किया गया, जिसके बाद उन्होंने राहत की सांस ली और अपने वकील के माध्यम से मीडियाकर्मियों को सूचित किया कि उन्हें विश्वास है कि संकट के इस क्षण में दिग्गज नेता उनके साथ रहेंगे। सीबीआई सूत्रों ने कहा कि जब से मुख्यमंत्री की एकजुटता की खबर मंडल तक पहुंची, जो गिरफ्तारी के बाद से काफी निराश हो गये थे, जांच में पूरी तरह से असहयोग मोड पर आ गये हैं।

सूत्र ने कहा कि असहयोग की हद ऐसी थी कि मंडल ने जांच अधिकारियों से यहां तक दावा किया कि उसी घोटाले के सिलसिले में हिरासत में अपने पूर्व अंगरक्षक सहगल हुसैन के साथ उनकी बातचीत सीमित और पूरी तरह औपचारिक थी। सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा, यहां तक कि जब हमारे अधिकारियों ने कुछ संयुक्त स्वामित्व वाली संपत्तियों से संबंधित कुछ दस्तावेज या दोनों के बीच लगातार बातचीत की कॉल लिस्ट पेश की, तो उन्होंने ऐसे दस्तावेजों की प्रामाणिकता को चुनौती दी। केवल 24 घंटों के भीतर मंडल के व्यवहार और रवैये में एक बड़ा बदलाव आ गया है।

केंद्रीय एजेंसी ने हाल ही में आसनसोल में सीबीआई की एक विशेष अदालत में जो पूरक आरोप पत्र प्रस्तुत किया है, उसमें दावा किया गया है कि सहगल हुसैन पशु तस्करी में मंडल के फ्रंट-मैन के रूप में कार्य करता था। सीबीआई के अधिकारियों को हुसैन और मवेशी तस्कर सरगना इनामुल हक के बीच मोबाइल पर हुई बातचीत से संबंधित कॉल लिस्ट भी मिली हैं। सूत्रों ने कहा, घोटालों में कथित संलिप्तता को लेकर उनके सभी मंत्री और पार्टी विभागों से छीन लिए जाने के बाद मंडल हताश नजर आए। लेकिन मुख्यमंत्री की एकजुटता की अभिव्यक्ति के बाद, ऐसा लगता है कि उन्होंने अपना खोया हुआ आत्मविश्वास वापस पा लिया है।

 

 (आईएएनएस)

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Created On :   16 Aug 2022 4:31 PM IST

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