अपनी बेटी अनार पटेल को राजनीति में उतारने करने की योजना बना रहीं आनंदीबेन?

Anandiben planning to get her daughter Anar Patel into politics?
अपनी बेटी अनार पटेल को राजनीति में उतारने करने की योजना बना रहीं आनंदीबेन?
गुजरात सियासत अपनी बेटी अनार पटेल को राजनीति में उतारने करने की योजना बना रहीं आनंदीबेन?

डिजिटल डेस्क, गांधीनगर। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदी पटेल ने सोमवार को अपनी बेटी अनार पटेल के साथ मेहसाणा के पूर्व सांसद और वरिष्ठ नेता ए. के. पटेल के साथ अहमदाबाद में मुलाकात की। राजनीतिक विश्लेषक इसे अपनी बेटी को राजनीति में उतारने के लिए आनंदीबेन की जमीनी कार्रवाई के तौर पर देख रहे हैं। हालांकि पार्टी के नेता इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं।

हाल के दिनों में आनंदीबेन पटेल का राज्य का यह पहला दौरा नहीं है। दो महीने पहले उन्होंने उत्तर गुजरात की यात्रा की थी। हालांकि यह एक कम महत्वपूर्ण यात्रा मानी गई थी, जहां वह एक दिन के लिए मेहसाणा जिले के विजापुर तालुका के खारोद गांव में अपने माता-पिता के घर पर रुकी थीं। ऐसा लगता है कि पूर्व मुख्यमंत्री अपनी बेटी अनार को लॉन्च करने का कोई भी निर्णय लेने से पहले जमीनी हकीकत की जांच करने और व्यक्तिगत रूप से आकलन करने की कोशिश कर रहीं हैं। मेहसाणा के एक वरिष्ठ पत्रकार सुरेश वनोल ने कहा कि उन्होंने उत्तर गुजरात में चार दिनों की यात्रा की।

पार्टी सूत्रों ने कहा कि कुछ समय पहले भाजपा नेताओं के एक समूह ने खारोद गांव में मुलाकात की थी, क्योंकि वे भाजपा के मौजूदा विधायक रमनभाई पटेल से असंतुष्ट थे। मेहसाणा जिले के पूर्व अध्यक्ष और खारोद गांव के मूल निवासी नितिन पटेल बैठक में शामिल हुए थे, लेकिन उन्होंने इस पर चुप्पी साधी है कि क्या वे आने वाले चुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवार को बदलने की मांग कर रहे हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि ज्यादातर लोग मौजूदा विधायक से खुश नहीं हैं।

वनोल के आकलन के मुताबिक अगर आनंदीबेन अनार को लॉन्च करने की योजना बना रही हैं तो विजापुर, मेहसाणा, उंझा और पाटन सुरक्षित सीटें मानी जा सकती हैं। अगर पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल और यहां तक कि पूर्व गृह राज्य मंत्री और राज्य महासचिव रजनी पटेल को भी मेहसाणा सीट से नहीं उतारा जाता है तो अनार पटेल के पास मौका है। एक अन्य घटनाक्रम पर गौर करें तो मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और उनके पूर्ववर्ती विजय रूपाणी, दोनों ने टिकट आवंटन को हल करने के लिए राजकोट में चाय पर मुलाकात की, क्योंकि रूपाणी अपने वफादारों में से कम से कम 10 से 15 को टिकट दिए जाने पर जोर दे रहे हैं।

 

सोर्स- आईएएनएस

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Created On :   13 Jun 2022 2:30 PM GMT

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